नैनीताल जनपद के बेतालघाट ब्लॉक में नाबालिक का अपहरण कर जंगल में फेंकने तथा सामूहिक दुष्कर्म की आशंका मामले पर उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को मामले में आरोपियों के खिलाफ पोक्सो अधिनियम के तहत कार्रवाई करने हेतु पत्र लिखा है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने पत्र के माध्यम से कहा है कि समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों से संज्ञान में आया है कि बेतालघाट ब्लॉक में 14 वर्षीय बालिका का अपहरण कर तथा दुष्कर्म के पश्चात झाड़ियों में फेंकने की घटना प्रकाश में आयी है।
जिसके अनुसार बालिका के पडोस के गांव के तीन युवक उसको उठाकर ले गए काफी खोजबीन के बाद गुरूवार को बेतालघाट जा रहे लोगों ने बालिका रो बदहवास हालत में देखा। जिसके बाद बालिका को आपातकालीन वाहन 108 से बेतालघाट लाया गया जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे बी. डी. पांडे अस्पताल नैनीताल के लिए रैफर कर दिया। बालिका के पिता ने बताया कि अस्पताल ले जाने के दौरान बेटी को एंबुलेंस में होश आया और उसने सीमावर्ती गांव के तीन युवकों का नाम लिया जिन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी।
बाल संरक्षण आयोग ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को उक्त घटना पर संज्ञान लेते हुए आरोपियों के खिलाफ पोक्सो अधिनियम के तहत कार्रवाई कर आयोग को 15 दिन के भीतर की गई कार्रवाई व जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
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वहीं बाल संरक्षण आयोग ने देहरादून के विकासनगर में झाड फूंक के नाम पर किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना पर भी संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को मामले में की गई कार्रवाई व जांच रिपोर्ट 15 दिन के भीतर प्रेषित करने को कहा है। बता दें कि अगस्त माह में विकासनगर में एक नाबालिग को बुखार की शिकायत पर नरेन्द्र तोमर नामक व्यक्ति ने ऊपरी हवा तथा भूत का साया बताकर झाड फूंककर ठीक करने की बात कहकर रात में नाबालिक को अपने साथ रखा और नशीली चीज खिलाकर दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो बना ली। अक्टूबर में बालिका के गर्भवती होने पर मामला प्रकाश में आया, और नरेन्द्र तोमर को इस बारे में फोन किया उसने उसे गर्भपात की दवाई खाने को दी जिससे उसकी हालत और खराब हो गई। इस संबंध में जब नरेन्द्र तोमर से बात की तो आरोपी ने बालिका के साथ अभद्रता शुरू कर दी।