उत्तराखंड में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। जिसे देखते हुए शासन– प्रशासन ने भी एहतियातन कुछ जरूरी कदम उठाए हैं। देहरादून में जहां साप्ताहिक बंदी को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं, तो वहीं नैनीताल जिला प्रशासन ने नैनीताल में प्रवेश करने वाले पर्यटकों (बाहरी लोगों) की प्रवेश द्वार पर ही कोरोना जांच करने का फैसला लिया है। इसके लिए सूखाताल और तल्लीताल में दो टीमो का गठन किया गया है, जो कोविड-19 संक्रमण से सरोवर नगरी के बचाव इत्यादि पर नज़र रखेगी।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक नैनीताल में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए महामारी से बचाव के लिए ये कदम उठाया जा रहा है, शनिवार को भी नैनीताल में 87 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अतः अब बाहर से आ रहे लोगों पर नजर रखने के लिए दो टीमों का गठन किया गया है, एक टीम तल्लीताल चुंगी के पास बाहर से आ रहे लोगो पर नज़र रखेगी और दूसरी टीम बारापत्थर चेक पोस्ट के पास कड़ी निगरानी रखेगी साथ ही जो गाड़िया बाहर से आएंगी उन में बैठे लोगों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी।
स्क्रीनिंग के दौरान अगर किसी मे भी कोविड-19 के लक्षण दिखाई दिये तो तत्काल उसका एंटीजन रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाया जाएगा, साथ ही उसे आइसोलेशन में रखा जाएगा। दोनों टीम की बागडोर डॉक्टर प्रियांशु श्रीवास्तव को दी गयी है अब नैनीताल शहर में आने वाले हर बाहरी व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जायेगी ताकि सरोवर नगरी में कोई भी बाहरी व्यक्ति कोरोना संक्रमण लेकर प्रवेश ना कर पाए।