उत्तराखंड में अब सफ़र करना भी महंगा हो गया है, राज्य परिवहन प्राधिकरण ने शुक्रवार को नई किराया दरें जारी की हैं। राज्य में सार्वजनिक यात्री वाहन बस आदि का किराया 23 फीसदी तक बढ़ गया है। माल भाड़ा भी अब प्रति कुंतल 40 फीसदी अधिक चुकाना होगा।
एसटीए के मुताबिक, आपदा, निर्वाचन ड्यूटी आदि आपात स्थिति में अधिगृहित होने वाले वाहनों को अब से ज्यादा पैसा मिलेगा। इस बार वाहनों के मूल्य के आधार पर वाहनों की श्रेणी तय की गई है। एसटीए के सचिव सनत कुमार सिंह के अनुसार रोडवेज को सामान्य किराया राशि में 20 प्रतिशत अधिभार बढ़ाने की छूट होगी। इस अधिभार का नाम कर्मचारी कल्याण अधिभार होगा।
सामान्य बस: पर्वतीय मार्ग पर अब तक प्रति किलोमीटर 150 पैसे के हिसाब से किराया देना होता था। अब 183 पैसे प्रतिकिमी देने होंगे। इसी प्रकार मैदानी मार्ग पर 105 पैसे प्रतिकिमी किराया को बढ़ाकर 128 पैसे प्रति किमी किया गया है।
एसी बस : तीन बाई दो सिटिंग एसी नॉन डीलक्स बस का किराया मूल दर का 1.25 गुना अधिक होगा। जबकि दो बाई दो सिटिंग एसी डीलक्स बस में यह किराया मूल दर से 1.90 गुना अधिक होगा। इसी प्रकार सुपर लग्जरी कोच में सफर के लिए मूल किराया दर से तीन गुना अधिक किराया देना होगा। बस और टैक्सियों का किराए में 22 वृद्धि
चारधाम हेतु संचालित बसों के किराए में 27 बढ़ोतरी
ऑटो व तिपहिया वाहनों के किराए में 15-18वृद्धि
माल भाड़े में लगभग 38 से 40 प्रतिशत इजाफा
चारधाम यात्रा 27 फीसदी महंगी
चारधाम और हेमकुंड यात्रा मार्ग पर चलने वाली विशेष और अस्थायी परमिट पर चलने वाली बसों का किराया भी बढ़ गया। इसमें एसटीए ने 27 फीसदी तक बढ़ोतरी की है। यह किराया दो श्रेणियों में बढ़ाया गया है। पहली श्रेणी में 20 से 30 सीट तक के वाहनों को रखा गया है।