प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने आज वर्चुअल माध्यम से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों के साथ शैक्षणिक सत्र का लक्ष्य, प्रदेश को संपूर्ण देश में शैक्षिक गुणवत्ता की सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने, कोरोना महामारी से जनित वर्तमान समय की चुनौतियों, सभी शिक्षकों एवं विभागीय अधिकारियों के टीकाकरण के सम्बन्ध में, तीसरी लहर की रोकथाम और सभी बच्चों की रक्षा और सुरक्षा, ऑनलाइन शिक्षण की वर्तमान स्थिति, कोविड गाइडलाइंस के अनुसार अन्य कार्मिकों की भांति, शिक्षक भी अपने अपने विद्यालय से ऑनलाइन शिक्षण व अन्य कार्य जैसे परीक्षा फल तैयार, मासिक टेस्ट वर्कशीट इत्यादि का मूल्यांकन, विभाग द्वारा भी ज्ञानदीप टीवी कार्यक्रम, वेब लिंक, यूट्यूब तथा जियो टीवी के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण, शिक्षकों द्वारा विभागीय ऑनलाइन शिक्षण कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग, सभी विद्यालयों हेतु रंगाई पुताई कार्य सुनिश्चित किये जाने, अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की मॉनिटरिंग एवं ऐसे विद्यालयों का चिन्हीकरण करना जो सीबीएसई बोर्ड के मानकों को पूरा करते हैं, अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में प्रधानाचार्यों की तैनाती जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।
बैठक में शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को स्कूल आने के लिए निर्देशित किया। शिक्षा मंत्री के निर्देश पर शिक्षा सचिव ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। आदेशानुसार 12 जुलाई से सभी शिक्षकों को स्कूल आना सुनिश्चित किया गया है। शिक्षक स्कूल आकर ऑनलाइन माध्यम से पठन-पाठन व अन्य शैक्षिक गतिविधियां संचालित करेंगे।
सरकार द्वारा जहां शिक्षकों के लिए स्कूल आना अनिवार्य कर दिया है, वहीं शिक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर कोविड-19 वैक्सीन लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं। शिक्षकों के लिए स्कूल 12 जुलाई से खोल दिए गए हैं, लेकिन अभी छात्र छात्राओं के लिए स्कूल बंद ही हैं, पठन-पाठन का कार्य ऑनलाइन माध्यम से ही जारी रहेगा, विद्यार्थियों के लिए कब से स्कूल खुलेंगे इस बारे में शिक्षा मंत्री ने कहा कि हालात सामान्य होने पर कैबिनेट के समक्ष इस पर विचार किया जाएगा तभी स्कूल खोले जाएंगे।