
प्रदेश की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करती है, लेकिन उनके इस जीरो टॉलरेंस पर उनके ही विधायक ने सवाल खड़े किए हैं। लोहाघाट से भाजपा विधायक पूरन सिंह फर्त्याल ने मुख्यमंत्री के ही विभाग पीडब्ल्यूडी विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। और इसकी शिकायत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व श्याम जाजू से की है।
भाजपा विधायक ने टनकपुर- जौलजीबी सड़क मार्ग निर्माण के लिए हुए टेंडर प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं, और मानक पूरे नहीं करने वाले ठेकेदार को ठेका देने का आरोप लगाया है। विधायक का आरोप है कि ठेकेदार दलीप सिंह अधिकारी को पूर्व में भी इस सड़क मार्ग को बनाने का ठेका दिया गया था जो कि गलत था, क्योंकि टेंडर हासिल करने को जो प्रमाण पत्र ठेकेदार ने बनाए थे वह फर्जी निकले थे और अधिकारियों द्वारा की गई जांच में यह फर्जी पाए गए थे। जिसमें गलत प्रमाण पत्र बनाने के आरोप में 22 अधिकारियों को सस्पेंड भी किया गया था। अधिकारियों को सस्पेंड करने के साथ ही ठेके को भी निरस्त कर दिया गया था।
बीते वर्ष इस सड़क निर्माण के लिए रिटेंडरिंग की प्रक्रिया शुरू की गई और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों द्वारा दोबारा उसी ठेकेदार को टेंडर दे दिया गया। विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस ठेकेदार के फर्जी प्रमाण पत्र थे उसे फिर किस तरह टेंडर दे दिया गया, उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें अधिकारियों द्वारा बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है।
विधायक पूरन सिंह फर्त्याल मामले पर अपनी सरकार से भी नाराज हैं, उन्होंने कहा कि वह इस मामले की मुख्यमंत्री से शिकायत कर चुके हैं लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने अब पत्र लिखकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व श्याम जाजू से इसकी शिकायत की है और कहा है कि वह इस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को जिस ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड करना चाहिए था उसे टेंडर दे दिया जिससे प्रदेश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।