
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के बाद से ही देशभर में उच्च शिक्षण संस्थान बंद पड़े हैं। केंद्र सरकार ने अब 7 माह से भी अधिक समय बाद उच्च शिक्षण संस्थानों को दोबारा खोलने हेतु दिशा निर्देश जारी किए हैं। संस्थानों को खोलने या ना खोलने का फैसला राज्य सरकारों के ऊपर छोड़ दिया गया है, उन्हें कोरोना संक्रमण के हालात को ध्यान में रखकर फैसला लेना होगा। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि यह कदम जनता की मांग पर उठाया गया है।
कंटेनमेंट ज़ोन के बाहर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को संबन्धित राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों के साथ परामर्श के बाद क्रमबद्ध तरीके से खोला जा सकता है। https://t.co/HTMOrA0jNl
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) November 5, 2020
उच्च शिक्षण संस्थान अधिकतम 50 फीसदी क्षमता के साथ ही खुल सकते हैं। केन्द्रीय विश्वविद्यालय व अन्य केन्द्रीय वित्त पोषित उच्च शिक्षा संस्थानों को खोलने का निर्णय कुलपतियों व प्रमुखों पर छोड़ दिया गया है। राज्यों के कॉलेज और विश्वविद्यालय में कक्षाएं कब से चलेंगी यह फैसला अब राज्य सरकारें करेंगी। चरणबद्ध तरीक सेसे परिसर खोले जाएंगे। कोविड-19 के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करना होगा। कंटेनमेंट जोन के बाहर होने पर ही कॉलेज खोलने की अनुमति होगी।