
उत्तराखंड में कोरोना काल के दौरान 7 माह बाद आज 10 वीं व 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले दिए गए। स्कूलों में कोरोना से बचाव संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया। बच्चों को थर्मल स्कैनिंग व हैंडसैनिटाइज कराने के बाद ही स्कूल में प्रवेश दिया गया। हालांकि पहले दिन कम संख्या में छात्र- छात्राएं स्कूल पहुंचे। स्कूल खुलने से छात्र- छात्राओं के साथ ही शिक्षकों में भी उत्साह देखा गया, लेकिन अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में स्कूल खुलने के पहले दिन ही एक छात्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया जिससे स्कूल प्रबंधन के साथ ही शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया। जिसके बाद स्कूल को 3 दिन तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं छात्र के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटीन रहने व अध्यापक को कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं।
रानीखेत के रोडवेज स्टेशन के पास स्थित इंटर कॉलेज में अध्ययनरत 12 वीं कक्षा का छात्र अपने स्कूल पहुंचा और खराब स्वास्थ्य के चलते उसके चाचा-चाची अस्पताल चले गए। अस्पताल में उनका कोरोना रैपिड टेस्ट किया गया जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। चिकित्सालय द्वारा इसक जानकारी स्कूल को दी और छात्र का भी रैपिड टेस्ट किया गया जिसमें उसकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई। छात्र के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर स्कूल में हड़कंप मच गया और सूचना पर संयुक्त मजिस्ट्रेट भी विद्यालय पहुंच गई।
संयुक्त मजिस्ट्रेट ने स्कूल प्रशासन से उक्त छात्र के संपर्क में आए सभी छात्रों को चिन्हित कर तीन दिन तक होम क्वारंटाइन में रहने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही कक्षा अध्यापक को कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। स्कूल को 3 दिन तक बंद रखने के आदेश दे दिए गए हैं, इस दौरान स्कूल को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा।