पुलवामा हमले में सुरक्षा से एक बड़ी चूक सामने आ रही है. जम्मू एंड कश्मीर पुलिस का कहना है कि हमले से दो दिन पहले ट्विटर पर धमकी भरा एक वीडियो जारी किया गया था.
आतंकी संगठन जैश- ए- मोहम्मद पुलवामा हमले के लिए पिछले एक साल से तैयारी कर रहा था. यहां तक कि जैश-ए-मोहम्मद ने प्राइवेट ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया था, जिसमें आतंकी हमले की संभावना जताई गई थी. इसमें सुरक्षा बलों पर हमले की चेतावनी दी गई थी. आपको बता दें कि पुलवामा हमले के बाद इंटेलीजेंस एजेंसियों पर सवाल उठने लगे हैं. इस हमले में सीआरपीएफ के 38 जवान शहीद हुए हैं.
प्राइवेट है अकाउंट
जिस ट्विटर अकाउंट से वीडियो अपलोड किया गया है, वो प्राइवेट है. इसका मतलब ये है कि आम लोग इस अकाउंट को नहीं देख सकते. जम्मू एंड कश्मीर पुलिस के मुताबिक ये वीडियो 33 सेकेंड का है, जिसमें सोमालिया का एक आतंकी ग्रुप बिल्कुल इसी अंदाज में सेना पर हमला करता नजर आ रहा है, जैसा कि पुलवामा में किया गया. इस ट्विटर हैंडल का नाम है ‘313_get’, जिसके आखिर में धमकी भरे अंदाज में बाकायदा कश्मीर का नाम लेते हुए कहा जा रहा है कि ‘इंशाअल्लाह, यही कश्मीर में होगा’.
वीडियो की लोकेशन ढूंढना मुश्किल
धमकी भरा ये वीडियो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के जरिए अपलोड किया गया है, ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को इसकी लोकेशन ढूंढने में दिक्कत पेश आ सकती है. अधिकारियों के मुताबिक अब जम्मू- कश्मीर पुलिस इसी तरह का एक डमी वीडियो तैयार करेगी, ताकि ये पता लगाए जा सके कि किस तरह हमले की प्लानिंग की गई.
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने माना है कि कहीं न कहीं सुरक्षा में बड़ी चूक हुई. खासकर इस मामले में कि एक स्कॉर्पियो में बारूद भरा था और उसे पकड़ा नहीं जा सका.
2001 में हुआ था ऐसा ही हमला
जैश-ए-मोहम्मद ने इसी तरह का हमला 2001 में किया था. ये हमला श्रीनगर स्थित जम्मू एंड कश्मीर विधानसभा परिसर में हुआ था. इस हमले में तीन फिदायीन आतंकियों ने बारूद से भरी टाटा सूमो का इस्तेमाल किया था और इसमें 40 लोगों की मौत हुई थी.