प्रदेश में कृषि, अकृषि और व्यवसायिक भूमि के नए सर्किल रेट का प्रारूप तैयार हो गया है। व्यवसायिक संपत्ति की प्रस्तावित दरों में टिहरी, उत्तरकाशी और अल्मोड़ा जनपद में तीन गुना की दर से सर्किल दरों में वृद्धि की गई है। इससे इन जिलों में जमीन के रेट में बड़ा उछाल होना तय है।
वहीं, हरिद्वार में दर दोगुना करने के प्रस्ताव के बाद यहां व्यवसायिक संपत्ति के दाम प्रदेश में सर्वाधिक हो जाएंगे। केंद्रीय मूल्यांकन समिति नई दरों को लेकर दिए प्रस्ताव को अब वित्त विभाग व मंत्रिमंडल के समक्ष रखेगा।
नई सर्किल दरों के निर्धारण के लिए सरकार ने अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में केंद्रीय मूल्यांकन समिति गठित की है। केंद्रीय समिति ने जिला मूल्यांकन समितियों से मिले प्रस्तावों के आधार पर नई दरों का पूरा प्रारूप तय कर लिया है।
कृषि भूमि में 25 तोअकृषि भूमि में 50 प्रतिशत तक बढ़ोतरी
बुधवार को मंत्रिमंडल के समक्ष नई दरों को लागू करने का प्रस्ताव आएगा। इसमें कृषि भूमि में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि और अकृषि भूमि में 50 प्रतिशत तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया है। अगर मंत्रिमंडल समिति की सिफारिशों को बदलाव नहीं करता है तो सर्वाधिक वृद्धि प्रदेश में व्यवसायिक संपत्ति की सर्किल दरों में होगी।
मैदानी क्षेत्रों में व्यवसायिक संपत्ति अमूमन पहाड़ के मुकाबले तेजी से बढ़ती है, लेकिन प्रस्तावित दरों में पहाड़ के तीन जनपद अल्मोड़ा, उत्तरकाशी और टिहरी में सर्वाधिक उछाल है। इसका एक कारण वहां पर्यटन और व्यवसायिक गतिविधियों में आई तेजी भी है। अल्मोड़ा में 10400 रु प्रति वर्ग मीटर को 33 हजार रु, उत्तरकाशी में 21876 रु प्रति वर्ग मीटर को 62500 और टिहरी में 10462 रु प्रति वर्ग मीटर को 31650 रु किया गया है।
एक क्लिक से पता लगेगा सर्किल रेट
सर्किल रेट की तय दरों को कलर कोडिंग के आधार पर उपग्रह मानचित्र के अनुरूप भिन्न रंगों से प्रस्तुत किया है। इसके आधार पर स्थान विशेष की आर्थिक गतिविधियों, मांग, सड़क से दूरी तथा अन्य समान सुविधाओं के आधार पर निर्धारित किया है। अक्षांश एवं देशांतर के आधार पर वास्तविक अवस्थिति तथा सर्किल दरों का विवरण एक क्लिक से पता चल जाएगा।
व्यवसायिक संपत्ति की सर्किल दर (रु प्रति वर्ग मीटर)