प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ने लगी है, लेकिन संभावित तीसरी लहर को देखते हुए अभी भी सतर्कता बरतने की जरूरत है। कोरोना की तीसरी लहर को बच्चों के लिए खतरनाक बताया जा रहा है, जिसे देखते हुए राज्य सरकार भी बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल को ध्यान में रखते हुए तैयारी कर रही है। हालांकि उत्तराखण्ड़ हाईकोर्ट ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार की तैयारियों को नाकाफी बताया है और मामले में स्वास्थ्य सचिव को कड़ी फटकार लगाई है। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के रोकथाम के लिए हमने सभी तरह की तैयारियां कर ली है। उन्होंने कहा तीसरी लहर पर काबू पाने में हमें कोई परेशानी नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संभावित तीसरी लहर की चुनौती से निपटने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री आवास को भी कोविड के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में भी तैयारियां पूर्ण की गई हैं साथ ही सभी जिलाधिकारियों को हर जिले में 1 या 2 होटल कोविड के लिए तैयार करने के निर्देश दिए हैं।