जिस उम्र में सपनो को उड़ान देने के लिए मेहनत की जानी चाहिए उस उम्र में आजकल के बच्चे आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं। बच्चों में सहन करने की क्षमता इतनी कमजोर हो चुकी है कि उन्हें अपने परिजनों की जरा सी डॉंट भी बर्दाश्त नहीं हो पा रही है। ऐसा ही एक मामला नैनीताल के मल्लीताल क्षेत्र में सामने आया जहाँ 17 वर्षीय लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, बेटे के इस आत्मघाती कदम से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
मामले के अनुसार बुधवार 3 फ़रवरी की देर रात मल्लीताल क्षेत्र में रहने वाले एक लड़के को अपने परिजनों की डांट बर्दाश्त नही हुई डांट से लड़का इस कदर नाराज़ हो गया कि उसने बिना सोचे समझे घर के अंदर ही छत में रस्सी लटकाकर खुद को फांसी लगा ली और आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। परिजनों ने जब लड़के को फंदे से लटका देखा तो सबके होश उड़ गए इसके बाद लड़के को फंदे से उतारा और इसकी सूचना पुलिस को दी, सूचना मिलने के तुरंत बाद मौके पर पहुँचे पुलिस कर्मी किशोर को परिजनों के साथ बीडी पांडे अस्पताल ले गए, जहां आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने लड़के को मृत घोषित कर दिया।
मल्लीताल थाने के एसएसआई कश्मीर सिंह ने बताया कि लड़का नैनीताल के ही एक विद्यालय में कक्षा 9 का छात्र था, जो पिछले कुछ समय से डिप्रेशन में था लड़के का डिप्रेशन का इलाज भी चल रहा था, परिजनों ने किसी बात को लेकर डांट दिया जिसके बाद लड़के ने इतना बड़ा आत्मघाती कदम उठाया, बृहस्पतिवार को पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।