नई दिल्ली : SBI (भारतीय स्टेट बैंक) के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। एसबीआई ने एक नई पहल की है जिसका सीधा लाभ उसके होम लोन लेने वाले ग्राहकों को मिलेगा। 1 जुलाई से भारतीय स्टेट बैंक अपने होम लोन की ब्याज दरों को रेपो रेट से जोड़ेगा। इसका सीधा सा बतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक जब रेपो रेट में कोई परिवर्तन करेगा तो उसका सीधा लाभ एसबीआई के होम लोन ग्राहकों को मिलेगा। बैंक इस होम लोन प्रोडक्ट की पेशकश अलग से करेगा। आपको बता दें कि SBI अपने शॉर्ट टर्म लोन और बड़ी जमा राशि की ब्याज दरों को पहले ही रेपो रेट से जोड़ चुका है।
आपको बता दें कि इस साल अबतक रिजर्व बैंक रेपो रेट में 0.75 फीसद की कटौती कर चुका है। हालांकि, इसका समुचित लाभ बैंक ग्राहकों तक नहीं पहुंचा पाए हैं। रिजर्व बैंक ने 6 जून को इस साल लगातार तीसरी बार रेपो रेट में 0.25 फीसद की कटौती की। अब रेपो रेट घट कर 5.75 फीसद रह गई है।
क्या होता है रेपो रेट: रेपो रेट वह दर होती है जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक कॉर्शियल बैंकों को कर्ज देता है। बैंक इस कर्ज और डिपॉजिट्स से जुटाए गए पैसों से ग्राहकों को कर्ज देते हैं। रेपो रेट कम होने का मतलब है कि बैंक से मिलने वाले कई तरह के लोन की ब्याज दरें घटेंगी।
MCLR आधारित लोन भी रहेगा जारी: एसबीआई रेपो रेट आधारित अपना होम लोन प्रोडक्ट जुलाई में लॉन्च करेगी। हालांकि, मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) आधारित होम लोन जारी रहेगा। ग्राहक अपनी सुविधानुसार एमसीएलआर या रेपो रेट आधारित होम लोन चुन सकेंगे।