सिंध प्रांत के कंबर-शहदादकोट की रहने वाली सुमन कुमारी अपने गृह जिले में सेवा देंगी। सुमन ने अपनी लॉ की पढ़ाई हैदराबाद और कानून में मास्टर करांची के स्जाहिस्ट विश्वविद्यालय से की।
सुमन बताती है कि उन्हे लगता था कि उनका समाज उनके वकील बनने की सराहना नहीं करेगा। इस सारी परेशानी के बावजूद भी उनका परिवार उनके साथ है। परिवार के साथ होने के कारण वह आश्वस्त थीं। उनका कहना है कि परिस्थिती कैसी भी हो उनका परिवार उनके साथ खड़ा रहेगा।
न के पिता, पवन कुमार बोदन एक नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं। उनका कहना है कि उनकी बेटी सुमन कंबर-शहदादकोट में गरीबों को मुफ्त कानूनी सहायता दिलाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि सुमन ने एक चुनौतीपूर्ण फैसले का चैन किया है। इसके बावजूद भी मैं अश्वस्त हूं कि वह कड़ी मेहनत और ईमानदारी से अपना मुकाम बनाएंगी।
जानकारी के लिए बता दे कि आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान पकिस्तानी आबादी में करीबन 1.85 फीसदी हिस्सेदारी हिंदुओं की है।