बद्रीकेदार मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह ने बताया कि 10 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन सुबह 10:30 बजे बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि तय होगी। इसी दिन चमोली स्थित डिम्मर गांव के डिमरी पंचायत के प्रतिनिधि खाली गाडू घड़ा (तेल कलश) को लेकर नरेंद्रनगर राजदरबार में पहुंचेंगे। इस राजघराने की महिलाएं तिल के तेल को खाली कलश में भरती हैं। फिर इसी तेल से भगवान बद्रीनाथ का दीपक जलाया जाता है और तेल के घड़े को टिहरी स्थित नरेंद्रनगर राजदरबार से भव्य यात्रा के साथ बद्रीनाथ धाम में पहुंचाया जाता है। गाडू घड़े के बद्रीनाथ पहुंचने पर ही धाम के कपाट शुभमहूर्त में खोले जाते हैं। गाडू घड़ा यात्रा की तिथि भी 10 फरवरी को ही तय की जाएगी।
बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि घोषित होने के अवसर पर टिहरी के पूर्व राजघराने के सदस्य मनुजेंद्र शाह, सांसद महारानी माला राजलक्ष्मी शाह, बीकेटीसी अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, राज पुरोहित संपूर्णानंद जोशी उपस्थित रहेंगे।