पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का ओमीक्रोन वेरिएंट बढ़ता जा रहा है। खतरनाक ओमीक्रोन वैरिएंट की दहशत से कई देशों में फिर से स्कूल बंद होने लगे हैं तो वहीं कई देशों कड़े प्रतिबंधों को फिर से लागू करना शुरू कर दिया है। भारत में भी ओमीक्रान के मामले में वृद्धि देखी जा रही है, देश में अब तक कुल 61 मामले दर्ज किए गए हैं। तेजी से बढ़ रहे ओमीक्रोन के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा है कि नए स्वरूप के अनुरूप टीका तैयार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ना होगा। जिस तरह से स्थितियां बदल रही हैं, उसमें ओमीक्रोन पर हमारा टीका बेअसर भी हो सकता है।
डॉ. पॉल का कहना है कि आने वाला समय कठिन हो सकता है। संभव है कि टीका बेअसर भी हो जाए। उन्होेने कहा ओमीक्रोन का दायरा जिस तरह से बढ़ रहा है, उसे लेकर कई तरह से बढ़ रहा है, उसे लेकर कई तरह के संदेह हैं, इसमें से कुछ तथ्यात्मक भी हैं लेकिन हमारे पास अभी स्पष्ट तस्वीर नहीं हैं। ऐसे में हमें इस स्वरूप के अनुरूप टीका तैयार करने पर तेजी से आगे बढ़ना होगा। हमारे पास ऐसी स्थिति होनी चाहिए कि हम टीकों को वैरिएंट के अनुसार बदल सकें। ऐसी स्थिति हर तीन माह में नहीं साल में एक बार आएगी। दवा उत्पादन क्षेत्र को मौजूदा स्थितियों के अनुसार नया रोडमैप आगे बढ़ना होगा। डॉ. पॉल ने कहा महामारी का अंत अभी नहीं हुआ है। हमें अभी भी अस्थिरता से निपटना है। हम ओमिक्रोन के संबंध में स्थिति को देख रहे हैं और दुनिया इसके विज्ञान को समझने की कोशिश कर रही है। लेकिन आज और आने वाले समय में हमें प्रत्येक वयस्क को कोविड के दो टीके लगाने का कार्य पूरा करने का प्रयास करना चाहिए।