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केदारनाथ धाम में पहले दिन 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बाबा केदार के दर्शन..

19196 पुरूष, 10597 महिला, 361 बच्चे रहे शामिल...

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विश्व प्रसिद्ध भगवान केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार सुबह 7 बजे वैदिक मंत्रोचार और पूजा अर्चना के साथ देश-विदेश के श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। हर हर महादेव और बम-बम भोले के जयकारों के साथ ही सेना के बैंड की मधुर धुनों के बीच बाबा केदार के कपाट खोले गए। केदारनाथ के रावल, मुख्य पुजारी, बीकेटीसी के अधिकारी और प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में मंदिर का मुख्य द्वार खोला गया। धार्मिक परम्परा निभाने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाबा केंदार के दर्शन कर सम्पूर्ण प्रदेश और देश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। पहले दिन शाम 7 बजे तक 30154 श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए। जिसमें 19196 पुरूष, 10597 महिला, 361 बच्चे शामिल थे।

केदारनाथ के कपाट खुलने पर करीब 30 हजार से ज्यादा यात्री धाम में मौजूद थे। मंदिर और परिसर के चारों ओर आईटीबीपी, पुलिस तैनात रही। वीआईपी द्वार पर कपाट खुलने में भागीदारी करने वाले लोगों को रुकने नहीं दिया गया। यात्रा के शुरूआत के दिन मंदिर परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।

अब, छह माह तक भगवान केदारनाथ की पूजा केदारनाथ धाम में ही की जाएगी। सुबह 6 बजे केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, बीकेटीसी सीईओ विजय प्रसादथपलियाल, जिलाधिकारी सौरभगहरवार और पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे की देखरेख में मंदिर के द्वार पर कपाट खोलने को लेकर सभी औपचारिकताएं की गई। बीकेटीसी के वेदपाठी, आचार्य और तीर्थपुरोहित के वेद मंत्रों के बीच ठीक 7 बजे मंदिर का मुख्य द्वार खोला गया। कपाट खुलते ही मंदिर में पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से कराई गई। सीएम ने देश की खुशहाली के लिए विशेष पूजा करने के साथ बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने नंदी महाराज को वस्त्र पहनाकर पूजा-अर्चना की।

इससे पूर्व मंदिर के मुख्य द्वार पर केदारनाथ रावल द्वारा मंदिर में भगवान केदारनाथ धाम की महत्ता और कपाटोत्सव की परम्परा और पूजा को लेकर जानकारी दी गई। कपाटोत्सव के लिए केदारनाथ मंदिर को 108 कुंतल फूलों से सजाया गया।

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