
केन्द्र सरकार के आदेशों के बाद प्रवासियों को अपने घर वापस लौटने की इजाजत मिलने के बाद राज्य सरकारों ने एक तरह का घर वापसी अभियान चला दिया है। आज उत्तराखण्ड में भी लगभग 1400 लोगों की अन्य राज्यों से घर वापसी हुई है, जबकि देहरादून से भी कुछ लोगों को पहाड़ के विभिन्न जिलों में भेजा गया है।
नोडल अधिकारी सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि रविवार को राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में शिविरों में रूके लगभग 1400 उत्तराखंड के लोगों को बसों से वापस राज्य में लाया गया है। सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि आज रविवार को राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में शिविरों में रूके लगभग 1400 उत्तराखंड के लोगों को बसों से वापस राज्य में लाया गया है। जबकि राज्य के भीतर अपने घर से बाहर जो लोग दूसरे जिलों में फंसे हैं, उन्हें भी अपने जिले में भेजा जा रहा है। इनमें जो लोग अपने वाहन से जाना चाहते हैं, उन्हें पास निर्गत किए जा रहे हैं।
राजस्थान सरकार से भी सहमति प्राप्त हुई है कि राजस्थान में फंसे हुए उत्तराखंड के जो लोग अपने वाहन से उत्तराखंड आना चाहते हैं, उन्हें राजस्थान सरकार द्वारा प्राथमिकता से पास निर्गत किए जाएंगे। दूरस्थ स्थानों से उत्तराखंड के लोगों को वापस राज्य में लाये जाने के लिए रेल मंत्रालय से समन्वय कर व्यवस्था की जा रही है।
रामनगर में भी आज हरिद्वार से उत्तराखंड परिवहन की दो बसें 62 लोगों को लेकर पहंची है। ये सभी लोग रामनगर के मालधनचौड़, बैलपड़ाव, थारी, कंदला व आस-पास के गांवों के निवासी हैं। सभी लोग काम के सिलसिले में राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में रहते थे। रामनगर रोड़वेज स्टेशन पर स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व राजस्व विभाग की टीम मौजूद रही। रामनगर रोड़वेज स्टेशन पर सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसके बाद इन लोगों को होम क्वारंटीन किया जा रहा है।