राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर रूद्रप्रयाग जनपद में 1627 सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त एवं निजी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, महाविद्यालय व तकनीक शिक्षण संस्थाओं में बच्चों को एल्बेंडाजौल दवा खिलाई गई। जनपद के राजकीय प्राथमिक विद्यालय खुरड़ में आयोजित कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व उपशिक्षा अधिकारी द्वारा छात्रों को कृमि नाशक दवा खिलवाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) का शुभारंभ किया गया।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुसांई ने अवगत कराया कि बच्चों के विकास के लिए जरूरी है कि वे स्वस्थ रहें। उन्होंने कहा कि शरीर में कृमि होने से बच्चों में शारीरिक व बौद्धिक विकास बाधित होता है, इस समस्या के समाधान के मद्देनजर कृमि मुक्ति कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद के सेहतमंद भविष्य के लिए बच्चों को कृमि से मुक्ति दिलाना जरूरी है, लिहाजा स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शिक्षकों और अभिभावकों को 01 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजौल दवा खिलवाने के लिए भरसक प्रयास करने होंगे।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित अभियान के अंतर्गत जनपद के 1627 सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त एवं निजी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, महाविद्यालय व तकनीक शिक्षण संस्थाओं में लक्षित आयु वर्ग के लिए पंजीकृत कुल 65569 बच्चों को एल्बेंडाजौल की दवा खिलाने का लक्ष्य है। किसी कारण आज दवा खाने से छूटे बच्चों को अभियान के तहत 20 अप्रैल, 2023 को होने वाले मॉप-अप डे पर कृमि नाशक दवा खिलवाई जाएगी।
उपशिक्षा अधिकारी अगस्त्यमुनि नन्दा चन्द्रा ने छात्र-छात्राओं के सेहतमंद भविष्य के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम को महत्वपूर्ण पहल बताया। काउंसलर आरकेएसके विपिन सेमवाल ने कृमि संक्रमण के दुष्प्रभाव व कृमि संक्रमण से बचने के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी नेगी, सहायक अध्यापक रविन्द्र सिंह, डीपीएम हिमांशु नौडियाल, हरेन्द्र सिंह नेगी, सुमन जुगरान, सोबित रावत आदि मौजूद रहे।