
कोरोना वायरस के रोकथाम व इसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया है। लॉकडाउन के कारण छात्र-छात्राओं की पढाई बाधित न हो इसके लिए स्कूल कॉलेजेज ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की है, उत्तराखंड सरकार ने सरकारी स्कूलों को भी बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज लेने को निर्देशित किया है।
ऑनलाइन पढ़ाई व वर्क फ्राम होम के लिए जिस ऐप का सबसे अधिक इस्तेमाल हो रहा है, वह है जूम ऐप। लेकिन सवालों के घेरे में आए इस ऐप को लेकर अब भारत सरकार ने भी चेतावनी दे दी है।
गुरूवार को केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर जूम को एक वीडियो प्लेटफॉर्म के तौर पर अनसेफ करार दिया है। एडवाइजरी में निजी तौर पर ज़ूम का इस्तेमाल करने वाले लोगों से ऐप को इस्तेमाल करने के दौरान सावधानी बरतने को कहा गया है। इस अडवाइजरी में वे ऑप्शन बताए गए हैं जिससे कुछ सेटिंग्स को इनेबल या डिसेबल करके कॉन्फ्रेंस रूम में किसी अनऑथराइज्ड एंट्री को रोका जा सकता है। इसके अलावा इसमें कहा गया है कि सिर्फ पावसवर्ड और ऐक्सिस ग्रांट करके ही यूजर्स को कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल करें ताकि DOS अटैक से बचा जा सके। कि सिर्फ पावसवर्ड और ऐक्सिस ग्रांट करके ही यूजर्स को कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल करें ताकि DOS अटैक से बचा जा सके।
इसके अलावा ज़ूम ऐप को इस्तेमाल करने के दौरान खुद को प्रोटेक्ट करने के कुछ और विकल्प भी दिए गए हैं।
हर मीटिंग के लिए नया यूजर आईडी और पासवर्ड सेट करेंवेटिंग रूम इनेबल करें, ताकि मीटिंग के दौरान कोई यूजर तभी एंट्री कर सके जबकि होस्ट परमिशन दे होस्ट के पहले जॉइन करने की परमिशन देने वाले फीचर को डिसेबल करें, स्क्रीन शेयरिंग की अनुमति सिर्फ होस्ट दें Allowed removed participants to re-join (रिमूव किए जा चुके पार्टिसिपेन्ट्स को दोबारा शामिल करने की अनुमति) डिसेबल कर दें। फाइल ट्रांसफर का ऑप्शन डिसेबल करना एक बार सभी यूजर्स के जॉइन करने के बाद मीटिंग को लॉक कर देना रिकॉर्डिंग फीचर डिसेबल करना अगर आप एडमिन हैं तो मीटिंग बीच में ना छोड़ें।