देहरादून जिले से लेकर जिले से बाहर जाने वाले रास्तों पर तीसरी आंख की नजर और तेज होगी। पुलिस की माने तो शहर को और सुरक्षित बनाए के लिए जिले में कई नए स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने पर विचार कर रही है। इसके पहले चरण में एसएसपी ने पार्किंग स्थलों पर खुफिया नजर की रेंज को चेक किया और अब वह शहर से बाहर जाने के रास्तों के साथ कई प्रमुख स्थानों पर कैमरे की आवश्यकता की पड़ताल कर रहे हैं।
तीसरी आंख की निगरानी में होंगे शहर से बाहर जाने के रास्ते’ शीर्षक से जिले में सीसीटीवी कैमरों की स्थिति और उनकी आवश्यकता की पड़ताल करते हुए खबर प्रकाशित की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने जिले में विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों और उनके कार्य की समीक्षा की और बताया कि जिले में कई और स्थानों पर कैमरे लगाने पर विचार किया जा रहा है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है
तीसरी आंख की निगरानी में होंगे शहर से बाहर जाने के रास्ते’ शीर्षक से जिले में सीसीटीवी कैमरों की स्थिति और उनकी आवश्यकता की पड़ताल करते हुए खबर प्रकाशित की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने जिले में विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों और उनके कार्य की समीक्षा की और बताया कि जिले में कई और स्थानों पर कैमरे लगाने पर विचार किया जा रहा है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि अभी जिन स्थानों पर पुलिस के कैमरे नहीं हैं, वहां निजी कैमरों से मदद ली जा रही है। ऐसे कैमरों की भी सूची तैयार कर ली गई है, ताकि आपात स्थिति में उनसे तत्काल संपर्क कर मदद ली जा सके। बता दें कि जून में प्रेमनगर में पेट्रोल पंप मालिक के बेटे को गोली मारकर लूट, पिछले महीने सर्राफ लूटकांड समेत कई मामलों में वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी आसानी से जिले से बाहर भाग निकले थे, जिसके बाद पुलिस को अपराधियों को पकड़ने में नाकों चने चबाने पड़ गए थे। ये सोच विचार कर ही यह फैसला किया गया है की राजधानी की सुरक्षा बढाने हेतु जगह जगह कैमरे लगाये जाए जिस से अपराध से बचा जा सके।