उत्तराखंड की प्रतिभावान बेटियां अपने दम पर सफलता का सफर तय कर रही हैं। ये बेटियां हमारा गर्व है, उत्तराखंड की शान हैं। देवभूमि की ऐसी ही होनहार बिटिया है आयुषी अरोड़ा, जिन्होंने प्रतिष्ठित इंडो-यूएस फैलोशिप अवॉर्ड हासिल किया है। आयुषी की ये उपलब्धि कई मायनों में खास है। आयुषी देश की इकलौती छात्रा हैं, जिन्होंने ये प्रतिष्ठित फैलोशिप हासिल की है। आयुषी दून यूनिवर्सिटी की छात्रा हैं। वो यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फिजिकल साइंस में शोध कर रही हैं। इस साल आयुषी को प्रतिष्ठित इंडो-यूएस फैलोशिप से नवाजा गया है। आयुषी को ये फैलोशिप अपने शोध को आगे बढ़ाने के लिए मिली है। वो अब अमेरिका की टेक्सास यूनिवर्सिटी में अपने शोध को आगे बढ़ा सकेंगी। ये फैलोशिप विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में शोध करने वाले छात्रों को प्रदान की जाती है, ताकि वो साइंस के क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध कार्य कर सकें।
इस फैलोशिप के तहत आयुषी को क्या-क्या लाभ होंगे ये भी बताते हैं। फैलोशिप के तहत उन्हें हर महीने 2500 अमेरिकन डॉलर की राशि दी जाएगी। इसके साथ ही हवाई यात्रा का खर्च, बीमा और ऑफिशियल खर्चे के तहत अन्य राशि भी प्रदान की जाएगी। अब तक ये फैलोशिप आमतौर पर आईआईटी या आईआईएससी बंगलूरू जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के छात्र ही हासिल करते थे, पर इस बार अपनी आयुषी ने बाजी मार ली। आयुषी के परिजन बेहद खुश हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी आयुषी की इस उपलब्धि पर खुशी जताई। फैलोशिप के लिए देश के प्रतिष्ठित शोध संस्थानों और यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों ने आवेदन किया था, पर सफलता सिर्फ आयुषी को मिली। आयुषी रसायन विज्ञान की शोध छात्रा हैं। फैलोशिप के लिए राष्ट्रीयस्तर पर खुली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था, जिसके जरिए भारत से आयुषी को चुना गया। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से भी आयुषी को ढेरों बधाई।