अमेरिकी सेना ने मिसाइल से हमला कर ईरानी कमांडर सुलेमानी को मार गिराया, जिसके बाद ईरान ने भी इस हमले के जवाब में इराक में स्थित अमेरिकी सेना के सैन्य ठिकानों पर हमला किया था।जिससे दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। वहीं भारत ने पश्चिम एशिया में शांति औऱ स्थिरता बनाए रखने की अपील की है।
इसी बीच अमेरिका ने शुक्रवार को ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने का एलान कर दिया। अमेरिका ने यह कदम इराक में अपने सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के जवाब में उठाया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा कि नए प्रतिबंधों से मध्यपूर्व में अस्थिरता फैलाने के साथ ही मंगलवार को हुए मिसाइल हमलों में संलिप्त अधिकारियों को भारी नुकसान होगा।
न्यूचिन ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरानी वस्त्र, निर्माण, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों से जुड़े लोगों पर प्रतिबंध लगाने का शासकीय आदेश जारी करेंगे। वे इस्पात और लौह क्षेत्रों के खिलाफ भी अलग-अलग प्रतिबंध लगाएंगे। वित्त मंत्री ने कहा, इसका नतीजा यह होगा कि हम ईरानी शासन को मिलने वाली करोड़ों डॉलर की सहायता पर रोक लगा देंगे।
वहीं इराक ने पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए भारत के आह्वान का स्वागत किया है। क्षेत्र में अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है, और दोनों ने एक-दूसरे पर मिसाइल हमले किए हैं। इससे भारत आने वाले कच्चे तेल की आपूर्ति पर असर पड़ने की आशंका थी, लेकिन इराक के राजदूत फलाह अब्दुलहसन अब्दुलसदा ने साफ कर दिया है कि ऐसा नहीं होगा।
इसी बीच अमेरिका ने शुक्रवार को ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने का एलान कर दिया। अमेरिका ने यह कदम इराक में अपने सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के जवाब में उठाया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा कि नए प्रतिबंधों से मध्यपूर्व में अस्थिरता फैलाने के साथ ही मंगलवार को हुए मिसाइल हमलों में संलिप्त अधिकारियों को भारी नुकसान होगा।
न्यूचिन ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरानी वस्त्र, निर्माण, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों से जुड़े लोगों पर प्रतिबंध लगाने का शासकीय आदेश जारी करेंगे। वे इस्पात और लौह क्षेत्रों के खिलाफ भी अलग-अलग प्रतिबंध लगाएंगे। वित्त मंत्री ने कहा, इसका नतीजा यह होगा कि हम ईरानी शासन को मिलने वाली करोड़ों डॉलर की सहायता पर रोक लगा देंगे।
वहीं इराक ने पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए भारत के आह्वान का स्वागत किया है। क्षेत्र में अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है, और दोनों ने एक-दूसरे पर मिसाइल हमले किए हैं। इससे भारत आने वाले कच्चे तेल की आपूर्ति पर असर पड़ने की आशंका थी, लेकिन इराक के राजदूत फलाह अब्दुलहसन अब्दुलसदा ने साफ कर दिया है कि ऐसा नहीं होगा।