
उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओय़ू) में अब पीजी डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, पीजी डिप्लोमा इन कम्प्यूटर एप्लिकेशन, पीजी डिप्लोमा इन साइबर लॉ, पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन जियो इन्फॉरमेटिक्स, पीजी डिप्लोमा इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, पीजी डिप्लोमा इन मार्केटिंग मैनेजमेंट कोर्सेज की पढाई नहीं होगी। इनकी जगह पर अब केवल डिप्लोमा कोर्स ही संचालित होंगे, जिनकी अवधि डेढ़ साल की होगी।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो (डेब) रेगुलेशन 2020 के तहत सभी तरह के पीजी डिप्लोमा कोर्स बंद किए जाने हैं। यूओयू में 8 तरह के पीजी डिप्लोमा कोर्स हैं, जो डेब रेगुलेशन के तहत बंद करने पडेंगे। इन सबकी अवधि न्यूनतम एक साल की होती है, विश्व विद्यालय को इनके स्थान पर डेढ़ साल की अवधि के नए और पुराने डिप्लोमा कोर्स का ही संचालन करना होगा, जिसकी तैयारी शुरु कर दी गई है। जल्द ही इनसे जुड़ी कमेटियों की बैठक कर डिप्लोमा कोर्स की संख्या बढ़ाने और उनके संचालन को लेकर विचार किया जाएगा।
उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति ओपीएस नेगी ने बताया कि यूूजीसी का डेब रेगुलेशन लागू होने से पीजी डिप्लोमा कोर्स बंद होंगे। इसके स्थान पर डिप्लोमा कोर्सेज की संख्या बढ़ाई जाएगी। हालांकि इसके लिए भी समय पर किताबों की छपाई का काम करना होगा, जिससे कि डिप्लोमा कोर्स शुरु होते ही सभी छात्र-छात्राओं को समय पर किताबें मिल सकें।
यूओयू में वर्तमान में स्नातक के 10, स्नातकोत्तर के 33 पाठ्यक्रमों के साथ-साथ 26 तरह के सर्टिफिकेट कोर्स और 20 डिप्लोमा व पीजी डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई हो रही है। इनमें हर साल 70 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं दाखिला लेते हैं।