गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा है कि लॉकडाउन के दौरान डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को आवाजाही में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। राज्यों द्वारा सीमाएं सील करने के बाद एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले चिकित्सा कर्मियों को ड्यूटी पर पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण दिल्ली समेत कुछ अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की खबरें आई हैं।
MHA to States:
●Ensure smooth movement, including inter-state, of all medical professionals, paramedic staff, sanitation personnel & ambulances etc.
●Private clinics & nursing homes be allowed to open without hindrances
to facilitate fighting #COVID19 & non-COVID emergencies pic.twitter.com/nZJ9J6FDKD— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) May 11, 2020
केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की तरफ से जारी इस पत्र में लिखा है कि चिकित्सा पेशेवरों और पराचिकित्सक स्टाफ की आवाजाही पर किसी तरह की पाबंदी कोविड-19 और गैर- कोविड चिकित्सा सेवाओं में गंभीर बाधाएं पहुंचा सकती है। इसलिए उनकी आवाजाही जन स्वास्थ्य सेवाओं और अनमोल जिंदगियों को बचाने के लिए आवश्यक है।
केन्द्रीय गृह सचिव ने कहा है कि सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रशासन हर निजी क्लीनिक, नर्सिंग होम और लैब का तमाम चिकित्सा पेशेवरों एवं कर्मियों के साथ खुलना सुनिश्चित करें।