वैज्ञानिकों ने एक ऐसा नैनो लेजर विकसित किया है, जो हमारे बालों से हजार गुना पतला है। यह नैनो लेजर शरीर के भीतर जाकर जीवित ऊतकों को नुकसान पहुंचाए बिना ही आसानी से काम कर सकता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इसके जरिये मिर्गी जैसे न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर यानी तंत्रिका संबंधी विकारों के उपचार में मदद मिल सकती है। अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा बनाया गया यह लेजर 50 से 150 नैनोमीटर मोटा है।