उत्तराखण्ड़ उद्यान विभाग हर वर्ष राजभवन में बसंतोत्सव का आयोजन करता है। जिसमें पुष्प प्रदर्शनी लगाई जाती है। इस बार 14 और 15 मार्च को बसंतोत्सव का आयोजन किया जाएगा। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। पुष्प प्रदर्शनी में आम लोगों को अधिक समय देने के लिए राज्यपाल ने इस बार उद्घाटन का समय सुबह नौ बजे रखा है।11 बजे से जनता राजभवन में आ सकेगी। पहली बार प्रदर्शनी आम जनता के लिए दो दिन खुली रहेगी। इससे पहले लगभग डेढ़ दिन के लिए प्रदर्शन को आम जनता के लिए रखा जाता था। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस बार भी उत्तराखंड की कोई विशिष्ट वनस्पति/पुष्प प्रजाति पर पोस्टल कवर जारी होगा। प्रदर्शनी में लगभग दो लाख लोगों के आने की उम्मीद है।
राज्यपाल ने कहा कि यह प्रदर्शनी पुष्प उत्पादकों के साथ ही खाद्य प्रसंस्करण एवं हस्तशिल्प की दृष्टि से फायदेमंद होनी चाहिए। प्रदर्शनी देखने के लिए आने वालों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। राज्यपाल ने सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंध को ध्यान में रख कपड़े के थैलों के स्टॉल लगाने के निर्देश दिए।
इस वर्ष की पुष्प प्रदर्शनी में जरबेरा, कारनेशन, ग्लैडियलस, अगापैन्थस, आर्किड, मैरीगोल्ड, लिली, क्रिसेन्थेमस, ट्यूलिप आदि पुष्प प्रमुखता से प्रदर्शन में रहेंगे। प्रतियोगिता श्रेणी में कट फ्लावर, पॉटेड प्लांट, लूज फ्लॉवर, हैंगिंग पॉट, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी, फ्रेश पीटल रंगोली, स्कूली बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता आदि प्रमुख है। कट फ्लॉवर श्रेणी सहित अन्य श्रेणियों में पुष्पों के वर्गीकरण को और अधिक बेहतर और चुनौतीपूर्ण बनाने पर भी विचार विमर्श हुआ।
स्टाल लगाने वाले सभी विभाग ऐसे उत्पादों, गतिविधियों का प्रदर्शन करें, जिनसे लोगों को सीधा लाभ हो। स्कूल बच्चों के लिए आपदा प्रबंधन और आत्मरक्षा से संबंधी सजीव प्रदर्शन की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। बैठक में सचिव राज्यपाल आरके सुंधाशु, सचिव उद्यान आर मीनाक्षी सुंदरम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।