उत्तराखण्ड का प्रत्येक विश्वविद्यालय अपने क्षेत्र में आने वाले गांवों में एक गांव को बतौर स्मार्ट विलेज के तौर पर विकसित करेगा। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं शासन के उच्च अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट विलेज में पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा आजीविका एवं स्वरोजगार के अवसर बेहतर उपलब्ध करवाने का कार्य किया जाए। राज्यपाल ने कहा कि वह इन स्मार्ट गांवों के विकास कार्यों का औचक निरीक्षण करेंगी।
राज्यपाल ने कहा कि सभी विवि टीचिंग एवं नान टीचिंग के रिक्त पदों तथा बैकलॉग के सभी पदों की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र आरंभ करें।राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को संबद्धता संबंधित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारित करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि संस्कृत में आचार्य व शास्त्री की डिग्री की मान्यता संबंधी मामले को कार्मिक विभाग व लोक सेवा आयोग से बैठक कर शीघ्र सुलझा लिया जाए। साथ ही ऐसे महाविद्यालयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए, जो परीक्षा परिणाम के बाद छात्रों को डिग्री देने में देरी करते हैं। राज्यपाल ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को इस वर्ष से इंटर यूनिवर्सिटी खेल प्रतियोगिता दोबारा शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को इससे पहुंचने वाले लाभ से वंचित नहीं रखा जा सकता। इस वर्ष कुमाऊं विवि इंटर यूनिवर्सिटी खेल प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा। इसके साथ ही सभी विवि छात्रों के लिए डिजी लॉकर्स की व्यवस्था करेंगे।