उत्तराखण्ड में शिक्षकों के शीतकालीन अवकाश खत्म करने के आदेश के बाद से शिक्षक लगातार इस आदेश के खिलाफ नजर आ रहे हैं। राजकीय शिक्षक संगठन शिक्षा मंत्री से मिलकर इस आदेश को निरस्त करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन इस मुद्दे का अभी भी कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा है। शिक्षा मंत्री से उनके गुलरभोज (ऊधमसिंह नगर) आवास पर मिलने गए शिक्षकों को शिक्षा मंत्री ने देहरादून पहुंचकर कोई समाधान निकालने का आश्वासन दिया था, लेकिन शिक्षा मंत्री देहरादून पहुंचकर भी अभी इस मुुद्दे पर कोई समाधान नहीं निकाल पाए हैं।
शिक्षा मंत्री का कहना है कि वह मुख्यमंत्री से चर्चा करने के बाद इस मुद्दे का समाधान निकालेंगे। परन्तु इस वक्त मुख्यमंत्री कोरोना पॉजिटिव हैं औऱ अपना उपचार करा रहे हैं। जिसके कारण उनसे बात नहीं हो पाई है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह फिलहाल इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। हालांकि उन्होने कहा कि छुट्टी लेना शिक्षकों का अधिकार है।
वहीं शिक्षकों का कहना है कि इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ पड़ चुकी है और मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, ऐसे में स्कूल आने वाले छात्रों की संख्या कम होती जा रही है। इसे देखते हुए स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित किया जाए।राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री डॉ. सोहन माजिला ने कहा है कि सरकार इस आदेश को शीघ्र निरस्त करे, ताकि दूर-दराज के क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षक शीतकालीन अवकाश में अपने घर जा सकें।