उत्तराखण्ड में ट्रैकिंग पर गए 4 ट्रैकरों के लिए एक बार फिर एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर सामने आए हैं। त्रियुगीनारायण से पंवाली कांठा ट्रेक गए चार ट्रैकर बारिश और अंधेरा होने के कारण 25 जून की रात को रास्ता भटक गए। इन ट्रैकरों ने स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगाई। कोतवाली सोनप्रयाग ने इसकी सूचना एसडीआरएफ को दी। सूचना मिलते ही एसआई आशीष डिमरी के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीम ने तत्परता दिखाते हुए सोनप्रयाग से रात्रि में ही रवाना हो गई। त्रियुगीनारायण पहुंचने के बाद, टीम ने चारों ट्रैकरों से संपर्क स्थापित किया। टीम ने ट्रैकरों को नीचे की ओर आने और मार्ग में लगे साइन बोर्ड के सहारे ट्रेकिंग करने का निर्देश दिया। खुद एसडीआरएफ टीम ने ऊपर की ओर ट्रेकिंग शुरू की।
घने अंधेरे एवं दुर्गम पहाड़ी मार्ग पर लगभग 4 किलोमीटर पैदल ट्रेक करने के बाद, रात्रि करीब 12:00 बजे एसडीआरएफ टीम ने चार ट्रैकरों को सुरक्षित खोज निकाला। इसके बाद, सभी को सकुशल त्रियुगीनारायण तक पहुंचाया गया। चार ट्रैकर – रोहित रावत, संदीप नेगी, निशांत चौहान, गजेंद्र राणा – ने आधी रात्रि में किए गए सफल रेस्क्यू ऑपरेशन हेतु एसडीआरएफ की टीम की सराहना की, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी चार लोगों की जान बचाई।