अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड टावर पर हमला करने वाला आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का नाम तो सभी ने सुना ही होगा। वह पाकिस्तान के ऐबटाबाद में छुपा हुआ था। जहां मई 2011 में घुसकर अमेरिका के सुरक्षाबलों ने उसे मार गिराया था। उसके जाने के बाद से उसके आतंकी संगठन अलकायदा की जिम्मेदारी उसकी पत्नी ने संभाली थी। अब इस संगठन की कमान ओसामा की 20 संतानों में 15वें नंबर पर आने वाले बेटे हमजा बिन लादेन के संभालने की संभावना है।
हमजा पर संयुक्त राष्ट्र ने लगाया प्रतिबंध
शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ओसामा के बेटे हमजा बिन लादेन के नाम को अपनी प्रतिबंध सूची में डाल दिया है। इस सूची में शामिल किए जाने के बाद अब हमजा पर यात्रा प्रतिबंध लग जाएगा, उसकी संपत्तियां जब्त हो जाएंगी और हथियारों की खरीद फरोख्त पर रोक लग जाएगी। हमजा को अलकायदा के मौजूदा सरगना अयमान अल जवाहिरी का सबसे संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा है।
केवल इतना ही नहीं अमेरिका ने हमजा के संबंध में सूचना देने वाले को 10 लाख डॉलर का इनाम देने की घोषणा की। सऊदी अरब ने भी शुक्रवार को घोषणा की कि उसने हमजा की नागरिकता रद्द कर दी है। सुरक्षा परिषद ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि अल जवाहिरी ने घोषणा की है कि सऊदी अरब में जन्मा हमजा अलकायदा का एक आधिकारिक सदस्य है। परिषद ने कहा कि हमजा ने अलकायदा के सदस्यों से आतंकवादी हमले करने का आह्वान किया है।
आखिर हमजा को ही क्यों चुना गया
हमजा लादेन से काफी समय तक दूर रहा था। इसका खुलासा उन पत्रों से हुआ जो ओसामा को मारने के बाद अमेरिकी नेवी सील को वहां से मिले थे। इन पत्रों से पता चलता है कि वह दूर रहने के बावजूद चिट्ठियों के जरिए पिता ओसामा के संपर्क में था। एक पत्र में उसने लिखा है कि वह फौलाद से बना हुआ है और शहादत या जीत के लिए तैयार है।
ओसामा जैसी हैं कई आदतें
हमजा ने कहा था, ‘यदि तुम्हे लगता है कि ऐबटाबाद में मई 2011 को किए गए अपराध की तुम्हे सजा नहीं मिलेगी तो तुम गलत हो।’ अक्सर हमजा के संदेश ओसामा की शब्दश: कॉपी होते हैं। उसकी अलकायदा के ऑपरेशनल कमांडरों से भी काफी नजदीकियां हैं। जनवरी 2017 में अमेरिका ने उसे विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी की सूची में डाल दिया था। जिसके कारण संयुक्त राज्य अमेरिका में या अमेरिकी व्यक्तियों के कब्जे या नियंत्रण वाली उसकी सभी संपत्तियों को फ्रीज कर दिया गया था। यह प्रतिबंध अमेरिका के नागरिकों को उसके साथ किसी भी तरह के लेन-देन से रोकता है।