Home अपना उत्तराखंड ओसामा के बेटे पर अमेरिका-यूएन का बड़ा फैसला, हमजा बिन लादेन क्यों...

ओसामा के बेटे पर अमेरिका-यूएन का बड़ा फैसला, हमजा बिन लादेन क्यों हैं दुनिया के लिए खतरा?

1385
SHARE

अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड टावर पर हमला करने वाला आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का नाम तो सभी ने सुना ही होगा। वह पाकिस्तान के ऐबटाबाद में छुपा हुआ था। जहां मई 2011 में घुसकर अमेरिका के सुरक्षाबलों ने उसे मार गिराया था। उसके जाने के बाद से उसके आतंकी संगठन अलकायदा की जिम्मेदारी उसकी पत्नी ने संभाली थी। अब इस संगठन की कमान ओसामा की 20 संतानों में 15वें नंबर पर आने वाले बेटे हमजा बिन लादेन के संभालने की संभावना है।

संगठन के वर्तमान मुखिया अयमान अल जवाहिरी ने उसे सबसे संभावित उत्तराधिकारी बताया है। हमजा की काफी आदतें अपने पिता से मिलती-जुलती हैं। पाकिस्तान के ऐबटाबाद में जब अमेरिकी सेना ने ओसामा को मारा था उस समय उसका एक भाई खालिद भी मारा गया था। इसके चार सालों तक उसका कुछ पता नहीं चला और अचानक 2015 में वह नजर आया। लादेन के परिवार से ताल्लुक रखने की वजह से ही उसे आसानी से जिहादी नेटवर्क में अपना लिया गया था।
हमजा पर संयुक्त राष्ट्र ने लगाया प्रतिबंध
शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ओसामा के बेटे हमजा बिन लादेन के नाम को अपनी प्रतिबंध सूची में डाल दिया है। इस सूची में शामिल किए जाने के बाद अब हमजा पर यात्रा प्रतिबंध लग जाएगा, उसकी संपत्तियां जब्त हो जाएंगी और हथियारों की खरीद फरोख्त पर रोक लग जाएगी। हमजा को अलकायदा के मौजूदा सरगना अयमान अल जवाहिरी का सबसे संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा है।

केवल इतना ही नहीं अमेरिका ने हमजा के संबंध में सूचना देने वाले को 10 लाख डॉलर का इनाम देने की घोषणा की। सऊदी अरब ने भी शुक्रवार को घोषणा की कि उसने हमजा की नागरिकता रद्द कर दी है। सुरक्षा परिषद ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि अल जवाहिरी ने घोषणा की है कि सऊदी अरब में जन्मा हमजा अलकायदा का एक आधिकारिक सदस्य है। परिषद ने कहा कि हमजा ने अलकायदा के सदस्यों से आतंकवादी हमले करने का आह्वान किया है।

आखिर हमजा को ही क्यों चुना गया
वैसे तो ओसामा की कई पत्नियां थीं लेकिन सबसे ज्यादा पसंद उसे हमजा की मां खैरिया सबर थी। हमजा अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को निशाना बनाए जाने से पहले अफगानिस्तान में रहते हुए हथियार चलाना सीख चुका है। इसके अलावा उसने अमेरिकियों और यहूदियों के खिलाफ नफरत का पाठ भी बहुत पढ़ा है। कहा जाता है कि कई सालों तक हमजा अलकायदा के करीबी लोगों के साथ ईरान में रह चुका है।

हमजा लादेन से काफी समय तक दूर रहा था। इसका खुलासा उन पत्रों से हुआ जो ओसामा को मारने के बाद अमेरिकी नेवी सील को वहां से मिले थे। इन पत्रों से पता चलता है कि वह दूर रहने के बावजूद चिट्ठियों के जरिए पिता ओसामा के संपर्क में था। एक पत्र में उसने लिखा है कि वह फौलाद से बना हुआ है और शहादत या जीत के लिए तैयार है।

ओसामा जैसी हैं कई आदतें
अगस्त 2015 में हमजा ने एक ऑडियो संदेश जारी करके अपने पिता और भाई को शहीद बताकर श्रद्धांजलि दी थी। संदेश में उसने दुनियाभर के जिहादियों को एकजुट होकर काबुल से लेकर बगदाद, गाजा से लेकर वाशिंगटन और लंदन से लेकर पेरिस तक हमले करने की बात कही थी। इसके एक साल बाद अपने भाषण में उसका कहना था कि हम सब ओसामा हैं। इसमें भी वह बदले की बात करता हुआ ही नजर आया था।

हमजा ने कहा था, ‘यदि तुम्हे लगता है कि ऐबटाबाद में मई 2011 को किए गए अपराध की तुम्हे सजा नहीं मिलेगी तो तुम गलत हो।’ अक्सर हमजा के संदेश ओसामा की शब्दश: कॉपी होते हैं। उसकी अलकायदा के ऑपरेशनल कमांडरों से भी काफी नजदीकियां हैं। जनवरी 2017 में अमेरिका ने उसे विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी की सूची में डाल दिया था। जिसके कारण संयुक्त राज्य अमेरिका में या अमेरिकी व्यक्तियों के कब्जे या नियंत्रण वाली उसकी सभी संपत्तियों को फ्रीज कर दिया गया था। यह प्रतिबंध अमेरिका के नागरिकों को उसके साथ किसी भी तरह के लेन-देन से रोकता है।