उत्तराखण्ड विधानसभा का मानसून सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण के भराड़ीसैंण विधानसभा में बुधवार से शुरु हो रहा है। सदन की कार्यवाही व्यवस्थित रूप में चले इसके लिए विधानसभा सचिवालय में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। भराड़ीसैंण में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सत्र के पहले दिन की कार्यवाही हंगामेदार रहने की आशंका है, विपक्ष सदन के बाहर और अंदर आपदा, कानून व्यवस्था, महंगाई समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरेगी, वहीं विभिन्न संगठनों द्वारा भी गैरसैंण को स्थाई राजधानी, भू-कानून की मांगों को लेकर विधानसभा घेराव का ऐलान किया है।
वहीं विधानसभा सत्र से पहले मंगलवार को गैरसैंण में आयोजित सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने सभी से सदन के संचालन में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि सत्र जनता की समस्याओं के निदान का मंच है, इसलिए सभी दलों के विधायक सत्र को गंभीरता से ले।
बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जनहित व विकास से जुड़े सभी मुद्दों को सदन में रखने का सभी सदस्यों को अवसर प्रदान किया जाये। संसदीय कार्यमन्त्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने दलीय बैठक मे नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य व अन्य सदस्यों से सत्र को सुव्यवस्थित एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संचालित करने का अनुरोध किया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सदन को सुचारु रुप से संचालन में सहयोग की सहमति व्यक्त की।
अध्यक्ष विधानसभा ऋतु खण्डूडी भूषण ने कहा कि सभी सदस्य अधिक से अधिक प्रश्न सदन में पूछें एवं सरकार से भी अपेक्षा है कि सभी प्रश्नों का सन्तोषजनक उत्तर सदन में दें।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल, नेता बसपा मो. शहजाद, सचिव विधायी धनंजय चतुर्वेदी, अपर सचिव विधायी अरविन्द कुमार, प्रभारी सचिव हेम चन्द पन्त एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।