
अल्मोड़ा जनपद के सल्ट विधानसभा सीट से भाजपा विधायक महेश जीना का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में विधायक महेश जीना एक युवती से माइक छीनते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो देघाट में 19 अगस्त हुए शहीद दिवस समारोह का है। इस मुद्दे पर विधायक जीना का कहना है कि उन्होंने युवती के सवालों का जवाब देने के लिए माइक मांगा था। विपक्षी दल इसे बेवजह मुद्दा बनाकर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
वहीं सल्ट विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रही गंगा पंचोली ने यह वीडियो अपने फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा है, “यह अच्छी बात नही माननीय सल्ट (अल्मोड़ा) के विधायक जी कि….हमारी एक बेटी आपके सामने बड़ी विनम्रता व उम्मीदों के साथ अपने कन्याधन से सम्बंधित समस्या को इस उददेश्य से रख रही है ताकि आप उस बेटी के साथ-साथ क्षेत्र की तमाम उन बेटियों की समस्या को उत्तराखंड विधानसभा में प्रमुखता से रख सको और सरकार के सम्मुख इनकी परेशानियों को ले जा सको जिन्हें कि वर्ष 2017 से 12वीं उत्तीर्ण होने पर आज तक भी कन्याधन योजना का लाभ नहीं मिल पाया है, लेकिन सार्वजनिक मंच से आपके द्वारा इस प्रकार गुस्से से उठकर माइक छीनते हुवे अजीबो-गरीब प्रतिक्रिया उस बेटी के प्रति इस तरह की भी हो सकती है विश्वास नही हो रहा..!
वायरल वीडियो-
विपक्ष के इन आरोपों पर विधायक जीना ने कहा है कि देघाट में शहीद दिवस समारोह में इस युवती ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए गीत गाने का अनुरोध किया था। इसके बाद आयोजकों ने उसे गीत गाने के लिए मंच पर बुलाया। युवती ने गीत पूरा किया और इसके बाद उसने वर्ष 2017 में इंटरमीडिएट उतीर्ण करने के बावजूद उसे गौरा देवी कन्या धन योजना का लाभ नहीं मिलने की शिकायत की। इस मुद्दे को लेकर विधायक जीना की ओर से युवती से माइक छीनने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इसको लेकर विधायक जीना का कहना है कि उन्होंने युवती से उसके सवालों के जवाब देने के लिए माइक मांगा था, जबकि युवती ने अपना ज्ञापन पूरा पढ़ने की बात कही तो वह अपनी सीट पर लौट गए। विधायक जीना का कहना है कि वह महिलाओं का पूरा सम्मान करते हैं। वर्ष 2017 में गौरा देवी कन्या धन योजना को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बंद करा दिया था। इस मुद्दे को पूर्व में उनके भाई पूर्व विधायक स्व. सुरेंद्र सिंह जीना दो बार विधानसभा में उठा चुके हैं, जबकि यह युवती पूर्व में मुख्यमंत्री से मिल चुकी है।
यह मामला उनके स्तर का नहीं है। अच्छा होता कि युवती शहीद दिवस समारोह के बाद ज्ञापन देती। वह क्षेत्रीय समस्याओं के लिए हमेेशा तत्पर रहे हैं। बेटी और महिलाओं का सम्मान करना उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि उन्होंने युवती से माइक नहीं छीना। विपक्षी दल इसेे बेवजह मुद्दा बनाकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।