Home सेहत जमीन पर बैठकर भोजन करने के हैं कई फायदे…

जमीन पर बैठकर भोजन करने के हैं कई फायदे…

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आज के समय में सभी लोग बेड या कुर्सी पर बैठकर खाना पसंद करते हैं। लेकिन आप शायद नहीं जानते कि जमीन पर बैठकर खाने से स्वास्थ्य को कई लाभ प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं कि नीचे बैठकर खाने से कौन-कौन से फायदे मिलते हैं।

वजन को नियंत्रित रखना 
जमीन पर बैठना और उठना, एक अच्छा व्यायाम माना जाता है। भोजन करने के लिए तो आपको जमीन पर बैठना ही होता है और फिर उठना भी, अर्ध पद्मासन का ये आसन आपको धीरे-धीरे खाने और भोजन को अच्छी तरह पचाने में सहायता देता है। जिससे वसा के कारण वजन अनियंत्रित नहीं हो पाता।

स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद 
जमीन पर बैठकर खाना एक प्रकार का योगासन कहा जाता है। जब भारतीय परंपरानुसार हम जमीन पर बैठकर भोजन करते हैं तो उस तरीके को सुखासन या पद्मासन की तरह देखा जाता है। यह आसन हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत लाभप्रद है।

रक्तचाप में कमी 
जमीन पर बैठने से रीढ़ की हड्डी के निचले भाग पर जोर पड़ता है, जिससे आपके शरीर को आराम अनुभव होता है। इससे आपकी सांस थोड़ी धीमी पड़ती है, मांसपेशियों का खिंचाव कम होता है और रक्तचाप में भी कमी आती है।

पाचन क्रिया में सुधार 
जमीन पर बैठकर भोजन करने के लिए प्लेट की तरफ झुकना होता है, जो एक प्राकृतिक तरीका है। लगातार आगे होकर झुकने और फिर पीछे होने की प्रक्रिया से पेट की मांसपेशियां निरंतर कार्यरत रहती हैं, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है।

दिल की मजबूती 
सही मुद्रा में बैठने से रक्त का संचार बेहतर होता है और नाड़ियों में दबाव भी कम महसूस होता है। पाचन क्रिया में रक्त संचार की एक अहम भूमिका है। पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में हृदय की भूमिका अहम होती है। जब भोजन जल्दी पच जाएगा तो हृदय को भी कम मेहनत करनी पड़ेगी।

घुटनों का व्यायाम 
जमीन पर बैठकर भोजन करने से आपका पूरा शरीर स्वस्थ रहता है, पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। इसके साथ ही साथ जमीन पर बैठने के लिए आपको अपने घुटने मोड़ने पड़ते हैं। इससे आपके घुटनों का भी बेहतर व्यायाम हो जाता है।

शरीर के मुख्य भागों की मजबूती 
भोजन करने के लिए जब आप पद्मासन में बैठते हैं तब आपके पेट, पीठ के निचले हिस्से और कूल्हे की मांसपेशियों में लगातार खिंचाव रहता है जिसकी वजह से दर्द और असहजता से छुटकारा मिलता है। इस मांसपेशियों में अगर ये खिंचाव लगातार बना रहेगा तो इससे स्वास्थ्य में सुधार देखा जा सकता है।