प्रदेश का ऊधमसिंहनगर जिला यहां के नेताओं की बयानबाजी के कारण हमेशा चर्चा में रहा है, लेकिन इन दिनों यहां के अधिकारियों के तबादलों को लेकर चर्चा में है। बीते दिनों जहां पहले कप्तान का तबादला हुआ तो वहीं जिलाधिकारी नीरज खैरवाल का भी तबादला कर मुख्यमंत्री का सचिव बना दिया गया। इस बीच चर्चा का कारण यह बना है कि जनपद के पूर्व एसएसपी बरिंदरजीत सिंह तबादला आदेश के खिलाफ कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने डीजीपी अनिल रतूडी, डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार व पूर्व आईजी कुमाऊं जगतराम जोशी के खिलाफ प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं।
शुक्रवार को हाई कोर्ट में बरिंदर जीत सिंह ने याचिका दायर कर आरोप लगाया कि ऊधमसिंह नगर में तैनाती के दौरान डीजीपी अनिल रतूड़ी द्वारा उन्हें महत्वपूर्ण मामलों में निष्पक्ष जांच करने से रोका गया। इसके बावजूद निष्पक्ष जांच जारी रखने के लिए उन्हें चेतावनी तक दी गई। जब उन्होंने पत्राचार किया तब चेतावनी वापस ले ली गई लेकिन उत्पीडऩ जारी रहा, उन्होंने कहा कि 12 साल की सेवा में ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठ होने का इनाम आठ तबादले करके दिया गया।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रवि कुमार मलिमथ व न्यायाधीश एनएस धानिक की खंडपीठ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी, डीजी कानून व्यवस्था व पूर्व आईजी को नोटिस जारी कर 20 अगस्त तक जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। अगली सुनवाई 21 अगस्त को होगी।