वॉशिंगटन : गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (46) और अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज नैस्डेक की प्रेसिडेंट एडेना फ्रेडमेन (50) को इस साल का ग्लोबल लीडरशिप अवॉर्ड मिलेगा। टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रमुख प्लेटफॉर्म के तौर पर दोनों कंपनियां के योगदान को देखते हुए पिचाई और फ्रेडमेन को अगले हफ्ते होने वाले इंडिया आइडिया समिट में अवॉर्ड दिया जाएगा। बिजनेस एडवोकेसी ग्रुप अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) ने दोनों को चुना है।
गूगल-नैस्डेक के योगदान से द्विपक्षीय व्यापार 5 साल में 150% बढ़ा: यूएसआईबीसी
यूएसआईबीसी 2007 से हर साल ग्लोबल लीडरशिप अवॉर्ड दे रही है। इसके लिए अमेरिका और भारत के उन अधिकारियों को चुना जाता है जिनकी कंपनियां दोनों देशों के बीच व्यापारिक विकास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। सुंदर पिचाई भारतीय मूल के हैं। उन्होंने 2004 में गूगल ज्वॉइन की थी। 2015 से कंपनी के सीईओ हैं।
यूएसआईबीसी का कहना है कि गूगल और नैस्डेक जैसी अग्रणी कंपनियों की वजह से वस्तुओं एवं सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार पिछले 5 साल में करीब 150% बढ़ा है। 2018 में यह 142.1 अरब डॉलर तक पहुंच गया।
पिचाई का कहना है- भारत में रहते हुए मैंने देखा कि लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में तकनीक का बड़ा योगदान है। मुझे गर्व है कि भारत के विकास के रोमांचक दौर में गूगल ने योगदान दिया है। पिचाई ने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते कभी संकटपूर्ण नहीं रहे।
यूएसआईबीसी की प्रेसिडेंट निशा देसाई बिस्वाल का कहना है कि पिचाई के नेतृत्व में गूगल न सिर्फ भारत के डिजिटल इकोनॉमी सेक्टर को मजबूत बना रहा है बल्कि लाखों लोगों के लिए तकनीक की पहुंच आसान बना रहा है।
बिस्वाल ने कहा कि नैस्डेक की सीईओ एडेना फ्रेडमेन ने भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज समेत 50 से ज्यादा देशों के शेयर बाजारों को सर्वश्रेष्ठ तकनीक उपलब्ध करवाई। उनके नेतृत्व में नैस्डेक की अग्रणी तकनीक से अमेरिका और भारत के शेयर बाजारों को फायदा होगा।