उत्तराखण्ड विधानसभा का सत्र 23 अगस्त से शुरु होने जा रहा है। इन दिनों सत्र की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी के मद्देनजर विगत दिनों विधानसभा अध्यक्ष ने उच्चाधिकारियों के साथ विधानसभा सत्र को लेकर सुरक्षा की बैठक ली थी जिसमें निर्णय लिया गया था कि विधानसभा परिसर में प्रवेश करने वाले सभी सदस्यों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आरटीपीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट लाने पर ही परिसर में प्रवेश मान्य होगा, बैठक में इस बात पर भी विचार किया गया था कि जिन लोगों को वैक्सीन की डबल डोज लग चुकी है उन्हें बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के परिसर में प्रवेश दिया जाए।
वहीं अब इस बात पर सहमति बन चुकी है कि विधानसभा सत्र के दौरान कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लगाए हुए 15 दिन का समय पूरा होने पर बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के विधानसभा परिसर में प्रवेश मान्य होगा, उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने स्वास्थ्य विभाग की अपर सचिव सोनीका से बैठक करने के उपरांत यह बात कही।
विधानसभा अध्यक्ष ने आज अपने कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य के अपर सचिव से बैठक की जिसमें अपर सचिव ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत किया कि सरकार द्वारा एक ऐसी एसओपी जारी है जिसमें डबल डोज लगाये हुए 15 दिन पूरे होने पर लोगों को बिना टेस्ट के राज्य में प्रवेश करने की अनुमति है, उसी एसओपी का पालन करते हुए विधानसभा सत्र के दौरान भी विधायकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडियाकर्मियों एवं अन्य आगंतुकों को भी बिना टेस्ट के परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी जा सकती है।
विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र के दौरान प्रवेश करने वाले सभी आगंतुकों से अनुरोध किया है कि वह अपने कोरोना वैक्सीन की डबल डोज का प्रमाण पत्र अवश्य लेकर आयें जिसको की सत्र के दौरान से पहले 15 दिन पूरे हो चुके हो। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिन लोगों को डबल डोज नहीं लगी है उन्हें टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना आवश्यक होगा तभी परिसर में प्रवेश की अनुमति प्राप्त होगी। साथ ही यह भी कहा कि जिन लोगों को डबल डोज लगाने के बावजूद भी कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो भी उन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी आवश्यक होगी।