एक समय था जब लोगों में डाकू गब्बर सिंह का खौफ हुआ करता था, मां अपने बच्चों को गब्बर सिंह का नाम लेकर डराती थीं…कहती थीं बेटा सो जा वरना गब्बर आ जाएगा…ऐसा ही डर इन दिनों हरिद्वार में गलत काम करने वालों में दिख रहा है, और इनके खौफ की वजह हैं यहां के दबंग डीएम दीपक रावत…जो कि अपने शानदार काम के लिए सोशल मीडिया में छाए रहते हैं। हर काम को वो कुछ अलग अंदाज में करने में यकीन रखते हैं और उनका ये अंदाज वाकई काबिले तारीफ है। बुधवार को भी उनका ऐसा ही अंदाज देखने को मिला, जब उन्होंने अवैध तरीके से सवारियां ढो रही एक बस को सीज कर दिया। डीएम दीपक रावत ने बस के कंडेक्टर के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी की है। जानकारी के मुताबिक बुधवार को डीएम दीपक रावत विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे। कार्यक्रम से वापस आते वक्त उनकी नजर एक प्राइवेट बस पर पड़ी।
डीएम दीपक रावत ने बस को तुरंत रुकवा दिया और खुद बस में जाकर यात्रियों के टिकट चेक करने लगे। पर वो ये देख हैरान रह गए कि बस में सवार किसी भी यात्री के पास टिकट नहीं था। यानि बस में अवैध तरीके से सवारियां ढोई जा रहीं थीं, ये बात डीएम को खटक गई। उन्होंने यात्रियों से पूछताछ की तो यात्रियों ने बताया कि कंडक्टर ने उन्हें टिकट नहीं दिया। ये सुनते ही डीएम रावत को गुस्सा आ गया। इसके बाद डीएम रावत ने कंडक्टर से पूछताछ की तो वो भी कुछ नहीं बता पाया। बस फिर क्या था डीएम रावत ने बस को मौके पर ही सीज करने का आदेश दिए और कंडक्टर को पुलिस के हवाले कर दिया। डीएम दीपक रावत के कामों की जितनी तारीफ की जाए कम है। पहाड़ के हर जिले को ऐसे ही डीएम की जरूरत है, अगर हर जिले में दीपक रावत जैसा डीएम होगा तो भ्रष्टाचारी कभी पनप नहीं पाएंगे।