नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में आज बहस जारी है, नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) में धार्मिक आधार पर नागरिकता देने के प्रावधानों को विभाजनकारी करार देते हुए कांग्रेस ने बुधवार को इस विधेयक को संविधान के विरुद्ध करार दिया। देहरादून में भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इस विधेयक के विरोध में केंद्र सरकार का पुतला दहन किया उत्तराखण्ड़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में सैंकड़ो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की वहीं पत्रकारों से बातचीत में प्रीतम सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक लोकतंत्र पर प्रहार है साथ ही केंद्र सरकार ने संविधान से खिलवाड़ किया है और कांग्रेस इसका विरोध करती है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को उम्मीद जताई कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ पूर्वोत्तर में हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए वे विपक्षी दल उच्च सदन में इस विधेयक के खिलाफ वोट करेंगे जिन्होंने लोकसभा में इसके पक्ष में वोट किया था।आजाद ने संवाददाताओं से कहा, मैं आशा करता हूं कि विपक्षी दल इस विधेयक के विरोध के कारणों को देखेंगे कि यह क्यों नहीं पारित होना चाहिए। यह विधेयक पूरी तरह असंवैधानिक है। इस विधेयक का पूरे पूर्वोत्तर में विरोध हो रहा है। देश के कई दूसरे हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, मैंने पहले कभी नहीं देखा कि पूर्वोत्तर के लोग किसी विधेयक के खिलाफ इस तरह से एकजुट हों।आजाद ने कहा, मुझे लगता है कि ये विरोध देखकर जिन राजनीतिक दलों ने लोकसभा में इस विधेयक के पक्ष में वोट किया था, वो राज्यसभा में विरोध में वोट करेंगे। नागरिकता संशोधन विधेयक पर बुधवार को राज्यसभा में चर्चा हो रही है।लोकसभा ने सोमवार को इस विधेयक को मंजूरी प्रदान की।