कालाढूंगी के जंगल में मिसाइल की तरह दिखने वाला उपकरण मिला है। जिसे देख स्थानीय प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। ग्रामीणों ने जंगल में यह उपकरण पड़ा हुआ देखा, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। वन विभाग और पुलिस मौके की टीम मौके पर पहुंची। कालाढूंगी के आरक्षित वन क्षेत्र के कालाढूंगी रेंज के निहाल नदी के समीप जंगल में मिसाइल रूपी उपकरण मिलने की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई, जिसके चलते मौके पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी।आर्मी कैम्प कामोला से आये सैन्य अधिकारियों ने मौके पर जाकर मौका मुआयना किया जिसके दौरान उन्होंने बताया कि भारतीय सेना द्वारा युद्धयाभ्यास के समय उजाले के लिए प्रयोग में लाये जाने वाला उपकरण है और साथ ही उन्होंने बताया कि ये उपकरण अभी तक 80 प्रतिशत जिंदा है उसके बाद उनके आदेशानुसार उपकरण को 4 फ़ीट गड्ढे में डाल दिया गया और उसके पास तैनाती के लिए 2 फारेस्ट गॉर्ड को उसकी देखरेख के लिए नियुक्त किया है।
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि दो दिन बाद बम निरोधक दस्ते द्वारा इसे डिफ्यूज कर दिया जाएगा तब तक के लिए क्षेत्र को सील कर दिया गया है।
कालाढुंगी थाने के उपनिरीक्षक भूपाल पूरी ने बताया कि पुलिस को वन विभाग द्वारा सूचना मिलने के बाद तुरन्त आर्मी से संपर्क बनाया गया, सैन्य अधिकारियों ने मौका मुआयना किया गया और उनके आदेशानुसार उपकरण को 4 फ़ीट गड्ढे में डाल दिया गया है और साथ ही उन्होंने बताया कि इससे छेड़छाड़ करने पर नुकसान हो सकता है जिसके लिए मौके पर 2 वनकर्मियों को निगरानी के लिए लगाया गया है।