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प्रदेश में फिर बढ़ रहा कोरोना, शासन ने जिलाधिकारियों को जारी की यह गाइडलाइन…

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उत्तराखण्ड में एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखण्ड स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि राज्य में कोविड-19 संक्रमण वर्तमान में भी प्रसारित हो रहा है और पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।

अत: कोविड-19 संक्रमण को पुन: महामारी का रूप लेने से रोकने के लिए समस्त जनपदों में समयान्तर्गत आवश्यक कार्यवाहियां की जानी आवश्यक है। कोविड-19 के संक्रमण को प्रसारित होने से रोकने एवं समुचित प्रबंधन के लिए पांच सूत्रीय रणनीति जांच, निगरानी, उपचार, टीकाकरण तथा कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार का लगातार अनुपालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

अत: कोविड-19 रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का जनपद स्तर पर अनुपालन करना सुनिश्चित करें-

आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव हेतु कोविड एप्रोप्रियेट व्यवहार जैसे कि सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क पहनना एवं हाथों को सैनिटाइज करने आदि के प्रति जागरूकता हेतु विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।

भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढाया जाए, पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण के लिए आमजन को नियमित रूप से प्रेरित करने हेतु जागरूकता की जाए।

चिकित्सा ईकाइयों में कोविड-19 संक्रमित रोगियों के उपचार हेतु पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेण्डर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। संबंधित चिकित्सा इकाईयों में स्थापित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाए।

दैनिक रूप से राजकीय एवं निजी चिकित्सा इकाईयों में कोविड-19 संक्रमित भर्ती रोगियों की सूचना प्राप्त जाए एवं रोगियों के स्वास्थ्य दशा की निरन्तर निगरानी करते हुए समीक्षा की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड-19 संक्रमित रोगियों को ससमय पूर्ण उपचार प्राप्त हो।

हल्के लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित रोगियों को होम आईसोलेशन में ही उपचार प्रदान किया जाए एवं निरंतर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाए। ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र ही उन्हें संबंधित चिकित्सालय में संदर्भित किया जाए।

कोविड-19 जांच हेतु आई.सी.एम.आर. भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए। जनपद स्तर पर कोविड-19 सैंपल जांच की दर को बढाया जाए एवं जांच हेतु लिए गए कुल सैंपल में से अधिकतम सैंपल RTPCR जांच हेतु प्रेषित किए जाएं।

कोविड-19 जांच में RTPCR द्वारा पॉजिटिव पाए गए सभी रोगियों के सैंपल Whole Genome Sequence जांच हेतु राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को प्रेषित किए जाएं एवं WGS जांच हेतु प्रेषित सभी सैंपलों की सूचना अनिवार्य रूप से आई.डी.एस.पी. के अंतर्गत Integrated Health information Platform (IHIP) प्रविष्ट किया जाए।

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