प्रदेश में जहां-जहां कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं, वहां-वहां प्रशासन द्वारा एहतियातन कोरोना पॉजिटिव लोगों के संपर्क आए लोगों को चिन्हित कर उन्हें क्वारंटीन कर सैंपल लिए जाने की कार्यवाही की जा रही है। इसी के तहत ऋषिकेश एम्स में आज नैनीताल जनपद की लालकुंआ निवासी 56 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद अब प्रशासन द्वारा महिला के संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार की जा रही है। इस कड़ी में उनके क्षेत्रांतर्गत लालकुंआ में उनके पारिवारिक सदस्यों का विवरण जुटाया गया है। जिसके तहत मेडिकल टीम द्वारा उनके पति को सैंम्पलिंग के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया है।
परिवार के सदस्यों में महिला के पति के अलावा दो बेटे व दो बेटियां हैं। जिनके बारे में जानकारी दी गई है कि 28 वर्षीय पुत्र पिथौरागढ़ में कार्यरत हैं, वर्तमान में वह अपनी माता जी के साथ एम्स गए हैं, वहीं 22 वर्षीय पुत्र नोएड़ा में कार्यरत हैं, तथा 2-3 माह से लालकुंआ स्थित आवास आने की जानकारी नहीं है। वहीं 24 वर्षीय बेटी लखनऊ में कोचिंग कर रही है, वर्तमान में वह अपनी माता जी के साथ एम्स ऋषिकेश में है। वहीं विवाहित बेटी की महीनों से लालकुंआ नहीं आई है ऐसी जानकारी दी गई है।
परिवार के सदस्यों की जानकारी के साथ ही एम्स भर्ती होने से पहले महिला कहां-कहां इलाज के लिए गई इसके बारे में भी जानकारी जुटाई गई है। जानकारी के अनुसार महिला को 2 मार्च को ब्रेन हैमरेज होने के कारण सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया। जहां से उसी दिन वह बृजलाल हॉस्पिटल हल्द्वानी में उपचाराधीन रही।
वहीं 9 मार्च से 19 अप्रैल तक महिला विवेकानंद अस्पताल हल्द्वानी में एडमिट रही। 19 अप्रैल को विवेकानंद अस्पताल से एसआरएमएस अस्पताल भोजीपुरा बरेली ले जाई गई। बरेली उन्हें प्राइवेट एंबुलेंस के माध्यम से ले जाया गया। एंबुलेंस व चालक के संबंध में परिजनों के पास जानकारी नहीं है। वहीं 22 अप्रैल को उन्हें एसआरएमएस भोजीपुरा बरेली उत्तर प्रदेश से एम्बुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश लाया गया।