कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने चारधाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा नहीं लगती है कि, वह चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर गंभीर है। अगर सरकार जरा सी भी गंभीर होती तो कोर्ट में इस केस की मजबूती से पैरवी करती लेकिन इस केस को लड़ने के लिए सरकार के द्वारा जो वकील नामित किए गए हैं, वह कोर्ट के समक्ष मजबूती के साथ जनता के पक्ष को नहीं रख पा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हर तरफ भाजपा सरकार ने नाकाबिलों की फौज भरी है, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा से अपना सालभर का गुजारा करने वाला हर व्यक्ति आज मायूस है, लेकिन सरकार फिर भी यात्रा को दोबारा से शुरू करने को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। वहीं कांग्रेस चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर 13 सितंबर को विधानसभा के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन होगा।
प्रदेश में कोविड कर्फ्यू में दी गई ढ़ील के बाद व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को खोलने के साथ ही स्कूल, कॉलेज भी खोल दिए गए हैं, लेकिन चारधाम यात्रा को अब तक शुरू नहीं किया जा सका है। चारधाम यात्रा पर उत्तराखण्ड हाईकोर्ट ने रोक लगाई है, कोविड काल में चारधाम यात्रा शुरू की जा सकती है या नहीं, इसको लेकर दायर याचिकाओं पर हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है।
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा है कि चारधाम यात्रा नहीं होने से लोगों की आजीविका प्रभावित हो रही है और सरकार इसे गंभीरता से ले रही है, उन्होंने कहा चूंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है और लोगों की आजीविका प्रभावित ना हो इसके लिये सरकार अदालत में दमदार पैरवी कर रही है।