मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं के संबंध की समीक्षा करते हुए चार धाम ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाएं जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा आने वाले साल में भी चार धाम यात्रा और अधिक बढ़ने वाली है। चारधाम यात्रा, कावड़ यात्रा, पूर्णागिरी यात्रा सहित प्रदेश के अंदर संपन्न होने वाली विभिन्न यात्राओं के कुशल प्रबंधन और संचालन हेतु आवश्यकता अनुसार यात्रा प्राधिकरण की ओर भी विचार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में प्रवेश कर रहे प्रत्येक श्रद्धालु को चार धाम के दर्शन करवाना हम सभी की जिम्मेदारी है। हमने श्रद्धालुओं का सहभागी बनकर यात्रा संपन्न करवानी है। उन्होंने यात्रा को लेकर अधिकारियों को हमेशा अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। उन्होंने होल्डिंग पॉइंट्स पर सभी मूलभूत सुविधाओं के साथ ही शौचालयों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। अत्यधिक भीड़ बढ़ने पर गाड़ियों की निकासी हेतु वैकल्पिक मार्गो पर विचार किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा मार्ग पर नियमित रूप से सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी छुट्टियों एवं वीकेंड के दृष्टिगत भी सभी तैयारियां पूर्ण करें। उन्होंने हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी, टिहरी, रूद्रप्रयाग, चमोली एवं उत्तराकाशी के जिलाधिकारी एवं प्रशासन से आपसी समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा सभी अधिकारी ग्राउंड में जाकर श्रद्धालुओ से फीडबैक भी लें ताकि समय रहते छोटी कमियों को भी दूर किया जाए ।
मुख्यमंत्री को जिला अधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने बताया कि बीते शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम में करीब 13000 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। उनके द्वारा हेमकुंड साहिब यात्रा का भी पैदल मार्गो से निरीक्षण किया गया है। जहां सभी व्यवस्थाओं को यात्रा से पहलेपूर्ण कर लिया जायेगा। जिला अधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि बीते शुक्रवार को 15800 यात्रियों ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए, साथ ही गेट सिस्टम के माध्यम से निरंतर यमुनोत्री और गंगोत्री को श्रद्धालु भेजे जा रहे हैं। विभिन्न होल्डिंग पॉइंट्स पर प्रशासन द्वारा सभी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु , सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, जिलाधिकारी हरिद्वार श्री धीराज गर्ब्याल, जिला आधिकारी टिहरी मयूर दीक्षित, जिला आधिकारी रूद्रप्रयाग सौरव गहरवार, एवं अन्य लोग उपस्थित थे।