उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण अब धीरे-धीरे थमने लगा है, प्रदेश में आज 120 नए मामले सामने आए हैं तो वहीं 3 लोगों की मौत भी हुई। कोरोना के मामले कम जरूर हुए हैं, लेकिन अभी भी डेल्टा प्लस वेरिएंट व संभावित तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है, सरकार भी संभावित तीसरी लहर से बचाव को लेकर तैयारियों में जुटी है। संभावित तीसरी लहर को आने से कैसे रोका जा सकता है, इस संबंध हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. हेम चन्द्र पांडे ने विस्तार से जानकारी दी है। डॉ. हेम चन्द्र पांडे कोरोना काल में लगातार प्रदेश वासियों को जागरूक करते रहे हैं।
एक बार फिर उन्होंने इस विषय पर लोगों से खास अपील की है, उन्होंने एक वीडियो संदेश के माध्यम से कहा है कि अब प्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी आई है और मृत्यु दर भी लगभग थम सी गई है, इस स्थिति में हम अपनी सरकार, समाज के प्रयासों व प्रदेशवासियों के सहयोग से पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि आज हम बेहतर स्थिति में हैं, लेकिन अभी हमें और सतर्क रहने की जरूरत है कोरोना कम जरूर हुआ है, खत्म नहीं हुआ है।
डॉ. हेम चन्द्र पांडे ने कहा कि दूसरी लहर आने के पीछे कहीं न कहीं हमारी लापरवाही थी, हम कोरोना काल में बनाए गए नियमों को भूल गए जिसका परिणाम ये हुआ कि लगभग 4 हजार के करीब लोग असमय ही मौत के मुंह में समा गए। उन्होंने कहा कि यदि हम और आप कोरोना के लिए सरकार द्वारा बनाए गए नियमों को पालन करें तो कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोका जा सकता है। उन्होंने प्रदेश वासियों से अपील करते हुए कहा कि मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, अति आवश्यक कार्य के लिए ही घरों से बाहर निकलें। और अधिक से अधिक लोग वैक्सीन लगाएं।