उत्तराखंड में लगातार जारी बारिश के बाद हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। चोटियों पर बर्फ जमी है। पहाड़ों में हुई बर्फबारी का असर मैदानों तक महसूस किया जा रहा है। ठिठुरन बढ़ गई है। मानसून विदा लेने वाला है, लेकिन कई क्षेत्रों में अब भी बारिश हो रही है। रुद्रप्रयाग में बारिश का दौर जारी है। केदारनाथ क्षेत्र में भी घने बादल छाए रहे। श्रीनगर में रातभर बारिश के बाद शुक्रवार को थोड़ी देर के लिए हल्की धूप निकली। औली और आस-पास के क्षेत्रों में हुई बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे खिले हुए हैं। शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन भी अपने परिवार के साथ बदरीनाथ धाम के दर्शन करने पहुंचे। इससे पहले गुरुवार का दिन उन्होंने अपने परिवार के साथ औली में बिताया।
आपको बता दें कि समुद्रतल से 11750 फीट की ऊंचाई पर स्थित बदरीनाथ और केदारनाथ में सीजन का पहला हिमपात 29 सितंबर को हुआ था। बर्फबारी की वजह से निचले इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है। सोमवार को भी केदारनाथ की ऊंची चोटियों पर जमकर हिमपात हुआ। केदारनाथ के ऊपर स्थित चोराबाड़ी और बासुकीताल में भी बर्फ गिरी है। पर्वत चोटियां बर्फ से ढकी हैं। हिमालय की मेरू-सुमेरू पर्वत श्रृंख्लाओं ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। बारिश के बाद हुई बर्फबारी ने ठिठुरन बढ़ा दी है। लोग ठंड से राहत पाने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं, देहरादून में भी ठंडी हवाएं चैन छीन रही हैं। वहीं ठंड की वजह से केदारनाथ यात्रा पर आए एक यात्री की तबीयत खराब हो गई। यात्री का नाम हेमंत मदेगौड़ा है, वो बंगलुरु के रहने वाले हैं। 36 साल के हेमंत की केदारनाथ यात्रा के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर देहरादून पहुंचाया गया। यात्री का मैक्स हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।