उत्तराखण्ड में बारिश कहर बनकर बरस रही है। भारी बारिश के कारण नदी-नाले ऊफान पर हैं, तो वहीं भूस्खलन के चलते कई सड़कें टूटने से यातायात ठप्प हो गया है। कुमाऊं मण्डल में नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। अल्मोड़ा जनपद में भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां भिकियासैंण तहसील के रापड गांव में पहाड़ी से मलबा आने के कारण एक मकान ध्वस्त हो गया। हादसे में तीन लोग जमींदोज हो गए। कुछ लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। एसडीआरएफ की टीम मौके पर रेस्क्यू कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की तड़के भिकियासैंण के रापड गांव में मूसलधार बारिश से दो बजे के करीब आनंद सिंह नेगी पुत्र मदन सिंह नेगी उम्र 60 वर्ष के मकान पर पहाड़ी से मलबा आ गिर। वह कुछ समझ पाते तब तक मलबे से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। आनंद सिंह नेगी की पत्नी उषा उम्र 55 वर्ष ने भागकर जान बचाई। जबकि आनंद सिंह नेगी व उनके बड़े भाई गोवर्धन सिंह की लड़की के दो बच्चे तन्नू पुत्र मदन सिंह 12 वर्ष व किरन पुत्री मदन सिंह उम्र 16 वर्ष के दो किशोर मलबे में दब गए। वह कुछ समय से नाना आनंद सिंह के यहां रह रहे थे। घटना के बाद एसडीआरएफ, पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
वहीं अल्मोड़ा के हीरा डूंगरी जगह पर एक मकान की दीवार गिर गयी। जिससे एक किशोरी अरूना पुत्री त्रिलोक सिंह मलबे में दब गई। पुलिस ने 15 मिनट में रेस्क्यू कर उसे निकाला। गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाये। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।