डिजिटल इंडिया मिशन की तरफ एक कदम और बढ़ाते हुए अब उत्तराखण्ड में आंगनबाडी केन्द्र भी डिजिटल हो रहे हैं। प्रदेश की राजधानी देहरादून से आज इसकी शुरूआत हो गई है। महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने आज देहरादून में प्रदेश के पहले डिजिटल आंगनबाडी केन्द्र का उद्घाटन किया। एम्परसेंड ग्रुप के सहयोग से उत्तराखंड सरकार द्वारा इस पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरूआत की गई है।
महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने इसकी शुरूआत करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया मिशन के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यह बड़ी शुरुआत है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को डिजिटल करने हेतु केंद्र सरकार को जल्द प्रस्ताव भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल होने से हमारे 3 वर्ष से 6 वर्ष तक की उम्र के बच्चे डिजिटल रूप में चीजों को सीखते हुए सीधे आज के समय से जुडेंगे। यह एक आसान साफ्टवेयर है और हर आंगनबाड़ी कार्यकत्री इसे चला सकती है।
डिजिटल रूप से एम्परसेंड ग्रुप के सीईओ विनेश मेंनन ने बताया कि राज्य सरकार के साथ शुरू किए गए इस पायलट प्रोजेक्ट के संचालन के बाद प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसकी शुरुआत की जाएगी। उन्होंने बताया कि है इस डिजिटल आंगनबाड़ी में स्मार्ट क्लास के साथ ही सप्ताह के 6 दिन का प्रीलोडेड कंटेंट तैयार किया गया है।
इसके साथ ही इस डिजिटल आंगनवाड़ी केंद्र में सीसीटीवी कैमरे और वर्चुअल माध्यम से जोड़ने की पूरी व्यवस्था है। जहां नेटवर्क सम्बंधी दिक्कत होगी वहाँ सेटेलाइट के माध्यम से भी इसे संचालित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एम्परसेंड ग्रुप और राज्य सरकार के साथ सामूहिक प्रयास में आगे इनका विस्तार किया जाएगा। इस दौरान सचिव महिला बाल विकास हरीश चंद्र सेमवाल ने कहा कि यह डिजिटल इंडिया की दिशा में अनोखा प्रयोग आँगनबाड़ी केंद्रों में किया गया है विभाग द्वारा जल्द इसे अन्य ज़िलों में भी शुरु किया जाएगा। ताकि आँगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट और डिजिटल बनाया जा सके।