कोरोना संक्रमण में थोड़ी कमी क्या आई लोग लापरवाह हो गए पर्यटक स्थलों व बाजारों में इसका उदाहरण देखा जा सकता है। वीकेंड पर उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर जमकर भीड उमड रही है, और इस दौरान लोग सामाजिक दूरी का पालन तो भूल ही रहे हैं, कई लोग मास्क भी नहीं लगा रहे हैं। जिसका खामियाजा यह हुआ है कि कोरोना एक बार फिर पांव पसारने लगा है। ऐसा ही एक मामला नैनीताल में सामने आया है, जहां दिल्ली से नैनीताल घूमने आए 5 पर्यटक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि यह पर्यटक कहां हैं.? इसकी जानकारी प्रशासन के पास नहीं है।
दिल्ली से नैनीताल घूमने आए इन 5 पर्यटकों के फोन नंबर भी बंद हैं। नैनीताल में स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन संक्रमित पर्यटकों का पता लगाने में जुटा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यटकों ने दिल्ली में सैंपल दिए थे, रविवार को रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई उनके पते पर जानकारी ली तो पता चला कि वह नैनीताल घूमने गए हैं।
सोमवार को दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नैनीताल स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर पर्यटकों के नैनीताल में होने की सूचना दी। उनके मोबाइल नंबरों पर संपर्क नहीं होने के चलते स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस को भी सूचना दे दी है। पर्यटकों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से नैनीताल में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस का कहना है कि अस्पताल से जानकारी ली गई है, जिसमें 1 एड्रैस काठगोदाम का है, तो वहीं 4 लोगों का एड्रैस नैनीताल दिखाया गया है। नैनीताल में यह एड्रैस कहां है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
बता दें कि बीते वीकेंड पर गांधी जयंती व रविवार की लगातार छुट्टी के कारण नैनीताल पर्यटकों से पूरी तरह से पैक रहा ऐसे में 5 कोरोना पॉजिटिव नैनीताल आए और घूमे। स्वास्थ्य विभाग को आशंका है कि कहीं पर्यटकों की लापरवाही कोविड केस बढ़ने का कारण न बन जाए।
सोमवार को कोविड-19 की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने भी कहा कि कोरोना का प्रभाव कम जरूर हुआ है लेकिन समाप्त नही हुआ है इसके लिए सभी स्तरों पर एहतियात एवं सावधानी बरती जानी जरूरी है। मुख्यमंत्री ने इस सम्बन्ध में भी व्यापक जनजागरूकता पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के प्रभाव को नियन्त्रित करने के लिये इस सम्बध में जारी निर्देशों एवं सावधानियों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाय, लोग इसके प्रति लापरवाह न बने इस पर ध्यान दिया जाय।