कुमाऊं का दौरा करते हुए रामनगर पहुंचे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना से लड़ने में सरकार की जो भूमिका होनी चाहिए थी, वो नहीं रही है। राज्य सरकार को तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों को रोकने के लिए एक नई रणनीति बनानी चाहिए। उन्होंने कहा अब ये पहाड़ो के ठंडे इलाकों में भी पैर पसार रहा है, अगर ये वहां भयंकर रूप ले लेगा तो इसको संभालना मुश्किल होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों के लिए 1 कदम आगे बढती है, तो डेढ़ कदम पीछे हट जाती है। विकास के नाम पर सरकार जनता को गुमराह कर रही है। सरकार का अब तक का कार्यकाल निराशाजनक रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पर उन्हीं के विधायक और मंत्री जो आरोप लगा रहे हैं, उसमें कहीं ना कहीं सच्चाई जरूर है। क्योंकि जब आग लगती है, धुआं तभी उठता है। भाजपा की कहने और करने की शैली में अंतर है, उनमें कांग्रेस की तरह कुछ कहने की स्वतंत्रता नहीं है, कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है, और कांग्रेस में कुछ भी कहने की छूट है। लेकिन भाजपा निर्देश देती है, और न चाहते हुए भी सबको उसे फॉलो करना पड़ता है। जनता अब भाजपा के दोहरे चेहरे को पहचान चुकी है, 2022 में इसका खामियाजा भाजपा को उठाना पड़ेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री के उक्त कार्यक्रम में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई महिलाओं का स्वागत भी किया गया। भाजपा छोड़कर प्रेम अरोड़ा, जानकी पंत, दीपा तिवारी, उमा करगेती, दीपा बिष्ट ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
कार्यक्रम में महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष आशा बिष्ट, उषा नेगी, ममता आर्या, चंद्रा आर्य, परमेश्वरी देवी, बसंती हाल्सी, दीपा बिष्ट, तनुज दुर्गापाल, कुलदीप शर्मा, अनुभव बिष्ट, घनश्याम करगेती, अनुज दुर्गापाल, सुमित लोहनी, अब्दुल रहमान, प्रशांत पांडे, कमल तिवारी सहित कई लोग मौजूद रहे।