Home उत्तराखंड इस गांव के ग्रामीणों ने दिखाया सरकार को आईना।

इस गांव के ग्रामीणों ने दिखाया सरकार को आईना।

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उत्तराखंड में नशे का कारोबार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, प्रदेश के युवा लगातार नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। समय-समय पर प्रदेश की महिलाएं नशे के खिलाफ आवाज भी उठाती रही हैं। नशे के खिलाफ एक बार फिर आवाज उठी है, इस बार सिर्फ महिलाएं नहीं पूरा एक गांव नशे के खिलाफ उतर आया है, अल्मोड़ा जिले के समीपवर्ती गांव सैनार के लोग अबकी बार गांव में बिक रही अवैध शराब के विरोध में एकजुट हो गए हैं।

ग्रामीणों ने गांव में शराब बेचने के बढ़ते मामलों को देख ग्रामीणों के हित में बड़ा फैसला लिया है, तय किया है कि यदि गांव में कोई शराब बेचते हुए पकड़ा गया तो उस पर 2500 जुर्माना लगाया जायेगा साथ ही उसे छह माह के लिए गांव से बेदखल कर दिया जायेगा, सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी उसका बहिष्कार किया जायेगा।

ग्राम प्रधान अर्जुन सिंह बताते हैं कि कुछ सालों से गांव में अवैध शराब का कारोबार तेजी से फैल गया. कुछ लोग घरों में शराब बेचने लग गए. कई लोगों ने इसे अपनी आय जरिया बना दिया. गांव में अराजकता बढ़ने लगी. महिलाएं और बेटियों को सबसे ज्यादा परेशानी होनी लगी।

गांव की महिलाएं जब उनके पास यह शिकायत लेकर पहुंची तो उन्होंने गांव में खुली बैठक करने का फैसला लिया, उन्होंने बताया कि इस बैठक में सभी ने एक राय होकर फैसला लिया कि यदि गांव में कोई शराब बेचते हुए पकड़ा गया तो उस पर 2500 का अर्थदंड लगाया जायेगा। साथ ही उसे छह माह के लिए गांव से बाहर कर दिया जायेगा.

ग्राम प्रधान बताते हैं कि खुली बैठक में लिए गए इस फैसले के बाद गांव के युवा, महिलाएं बेहद खुश हैं. गांव की महिलाएं भी शराब बेचने वालों पर नजर रख रही हैं. हालांकि अल्मोड़ा जिले के जैंती, लमगड़ा, दन्या, भिकियासैंण, सल्ट, स्याल्दे के गांवों में भी अवैध शराब बेचने के काफी मामले सामने आते हैं। पिछले दिनों स्याल्दे ब्लॉक का पूर्व ब्लॉक प्रमुख अवैध शराब सप्लाई करते हुए पकड़ा गया था।